Mahasamund- कोरोना संक्रमण महाकाल और हालात
1 min readSHIKHA DAS, MAHASAMUND (PITHORA)
नियम कानून कायदे बचाव हेतु SOCIAL DISTANCEING SANITIZER QUARANTINE ETC .न ये नये शब्दावलियो की भरमार हो गयी ।
जो चेतन शील जागरुक वो परहेज कर सावधानी पूवॆक चल रहे ।मान रहें नियमों को ।
बड़े बड़े FLAGMARCH पुलिसकर्मियों शासन प्रशासन द्वारा किया जा रहा शुरू आती दौर से अब तक ।
इस समाज का एक बड़ा वर्ग बड़े ही अनुशासित ढंग से चल रहा हैं पर FLAG MARCH से बेअसर अगर कोई दिख रहा तो वह हैं शराब व गाँजा तस्कर:+शराबी /जुआरी सट्टेबाज गिरोह/ व अन्य अय्याशTYPES लोगो को कोई खौफ नही ।इनका दावा हैं कि कोरोना इनके इदॆगिदॆ नही फटक सकताहै भले बाजू से गुजर जायेगा !!?? इनको कानून का भी कोई खौफ नहींहै ।खैर प्रसँगवश!बड़े बड़े तस्कर व जुआरी रोज पकड़ने की ताजा खबर हम आप निहार रहे पर इन मजदूरों को बेबस क्यों देखते हैं हम आप !ये विडियो पिथौरा जिला महासमुँद के एक होटेल श्रमिक का हैं ।सँयोगवश 2बार उससे मुलाकात हुई तो हाल ही में उससे बातचीत का एक छोटा सा अँश ।
(गर्म समोसे ले लो कि आवाज सुनकर शक हुआ कि ये कौन हैं कहाँ का हैं क्या मजबूरी हैं ? प्रशासनिक सहायता क्या मिली) कोरोना काल मे मध्यम वर्ग व मजदूर वर्ग जितना मजबूर हुआ यह बात किसी से छिपी नही हैं!
होटेल श्रमिक ने किसी की आलोचना भी नहीं की सिर्फ व्यथा को मजबूरी को कम शब्दों में बहुत कुछ कहकर चल पड़ा । पर क्यों मजबूर हुआ घूम घूम कर बेचने के लिए?
क्या प्रशासनिक दावो \ किसी भी मालिक मजदूर के लिए बनाए गये श्रमकानून व मजदूरों की हिफाजत की पोल खोलती यह विडियो ।
आज के ताजा हालात कीँ कड़वी सच्चाई नही है??
विडंबना से भरा मजदुरो गरीबों का जीवन ।
समाचार का उद्देश्य समाधान पर मालिकों का रवैया प्रशासनिक पोल के लिए काफी है यह तो एक बानगी बस है व्यथाओँ का तो अम्बार सा हैं ।
मजदूर की मजबूरी /कोरोना सँक्रमण महाकाल के बेबस हालातो के बीच मालिक व प्रशासनिक मदद के रवैये को बताती यह विडियो
PLइसे समाधान दिजियेगा देते हुए बड़े बड़े photo छपवा लीजिएगा पर इसकी मजबूरी जानने मैंने ही कुरेदा इसे सो गुनहगार यह कोरोना काल और मजदूर की मजबूरी!