Mahasamund- दोनों मरीजों की REPORT NEGATIVE
1 min readपिथौरा: (महासमुँद)- शिखादास
रविवार की शाम तपती सड़क से उठा कर स्थानीय चिकित्सालय में दम तोड़ने एवम महासमुंद से पार हो रही श्रमिक ट्रेन में तबियत खराब होने से यात्रियों द्वारा ट्रेन से महासमुंद रेलवे स्टेशन पर उतारे गए एक मजदूर की मौत के बाद मृतकों एवम उनके परिजनों की कोविड19 जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने की खबर है।इस बात की पुष्टि जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ परदल द्वारा की गई है।ज्ञात हो कि उक्त दोनों बीमार जनों को उपचार हेतु अस्पताल ले जाने के बाद से पूरे जिले में हड़कम्प की स्थिति थी।अब रपट आने के बाद लोगो ने राहत की सांस ली है।
कोरोना का भय क्षेत्र में इस तरह हावी है कि अब शासकीय अस्पताल में भी किसी बुखार या खांसी के मरीजों के उपचार में कोताही बरती जा रही है।
रविवार की घटना में मुम्बई से कोलकाता जा रहे बस मे सवार एक मजदूर हाकिम मलिक 38 वर्ष दिन भर से भूखा था और उसे शुगर भी थी ऐसी स्थिति में 40 डिग्री से अधिक तापमान में भी बस चालक की अमानवीयता की पिथौरा के मुहाने फोरलेन के किनारे तपती नुकीली गिट्टियों में उतार कर चले गए थे।इसके बाद जैसे तैसे उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया गया ढाँक TOLE PLAZAके AMBULANCE से परन्तु यहां भी मानवता दम तोड़ती दिखी HOSPITALमे -_<<पहले तो बीमार को उतारने से परहेज करने लगे।पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप से बीमार को उतारा तो गया परन्तु उसके शरीर का तापमान अधिक होने एवम गले मे तकलीफ होने से कोविड 19 की संभावना को देखते हुए उसे प्रथम उपचार भी नही दिया गया और अंततः बीमार ने अस्पताल पहुचने के कोई एक घण्टे के भीतर ही प्राण त्याग दिए थे।
इसके बाद मृतक एवम उसके भतीजे सुल्तान के स्वैब लेकर व महासमुंद स्टेशन में उतारे गए मरीज की मौत के बाद उनके परिजनों के साथ कोविड 19 टेस्ट हेतु रायपुर भेजे।जिसकी रिपोर्ट भी कल आ गयी सभी चारो सेम्पल की रिपोर्ट नेगेटिव बताई गई है।
ऐसा रवैया- निँदनीय–: बहरहाल कोरोना वारियर्स के नाम से सम्मान पाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों का किसी बीमार परेशान के साथ ऐसा रवैया क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।वही डॉक्टर्स अब यह भी मान रहे है कि हाकिम की मौत शुगर एवम डीहाईड्रेसन से हुई होगी। हाकिम की मौत के लिये वह बस वाला भी कम जिम्मेदार नही जिसने अमानवीयता दिखाते हुए कलकत्ता के हाकिम मलिक नामक युवक (मरीज) को
सुनसान FOUR LANEके बीच गर्म तपती जमीन पर उसके भतीजे के साथ अकेले छोड़ दिया मौत के मुहाने पर, जबकि उसे गाड़ी मोड़कर पिथौरा शहर के HOSPITAL में छोड़ना था ।
बस DRIVER पर हो कायॆवाई
नियमत: यह अति निँदनीय घृणित घटनाक्रम है।
मानवता को शमॆसार करने वाली इस घटनाक्रम के लिए महाराष्ट्र के उस बस DRIVERSके ऊपर भी कड़ी कायॆवाई होनी चाहिए जिसने छग की धरती पर अमानवीयता का परिचय दिया ।इस घटनाक्रम को सुनकर पढ़कर सबकी आँखें नम हैं।
शुगर रोज और बहुत गर्मी धूप पानी भी नही मिला पीने के लिए बस वाला उतारा तो सड़क किनारे भारी गर्मी और गर्म सड़क पर पड़ा रहा
क्या महाराष्ट्र सरकार अपने बस driver को सबक सिखायेगी अमानवता पूर्ण आचरण हेतु !
पिथौरा hospital में भी कोरोना के खौफ में प्राथमिक उपचार नही मिला व उतारने से डरते रहे तब पुलिस की मदद से उतारा
अब REPORTआयी NEGATIVE