Lalu Yadav को लेकर मांझी व मुकेश सहनी ने किया खुलासा: एनडीए सरकार गिराने के लिए उन्हें भी किए थे फोन
1 min readचारा घोटाला मामले में सजा काट रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के लिए मुसीबत बढ़ गई है। उन पर जेल में रहते हुए मोबाइल के जरिये बिहार के विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा है। इसे लेकर झारखंड हाई कोर्ट में आज जनहित याचिका दाखिल की गई है। भाजपा नेता अनुरंजन अशोक ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर दी है। इसमें कहा गया है कि किस नियम के तहत लालू को निदेशक बंगला दिया गया है, जहां पर वे जेल मैन्युअल की धज्जी उड़ा रहे हैं।
इसकी जांच की मांग की गई है। इस संबंध में अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि बीजेपी नेता अनुरंजन अशोक की ओर से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की जा रही है। याचिका में कहा गया है कि लालू प्रसाद यादव जेल में रहते हुए मोबाइल फोन से बिहार के विधायकों को सत्ता का लोभ देते हुए नीतीश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। यह जेल मैन्युअल का खुला उल्लंघन है। बिहार में नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार को गिराने की कोशिश के तहत राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के फाेन कॉल की एक और कहानी समाने आई है। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) तथा विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के अध्यक्ष मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) ने इसका खुलासा करते हुए बताया है कि लालू प्रसाद यादव उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे। इसके लिए वे लगातार फोन कर रहे थे। मांझी व सहनी के आरोपों से पूर्व उपमुख्यमंत्री व भारतीय जनता पार्टी के वरीय नेता सुशील कुमार मोदी (Ex Dy.CM and BJP Leader Sushil Modi) के उस आरोप को बल मिला है, जिसमें उन्होंने लालू प्रसाद यादव द्वारा विधानसभा स्पीकर (Speaker) के निर्वाचन में विधायकों की खरीद-फरोख्त (Horse Trading) का आरोप लगाते हुए एक ऑडियो ट्वीट किया है।