बुधराम नायक की मौत को लेकर उठ रहे सवाल, आत्महत्या को लेकर जताई जा रही संदेह
विधायक ,पूर्व विधायक एंव आदिवासी समाज के नेता पुलिस अधीक्षक गरियाबंद से मुलाकात कर मामले की जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की किया मांग
मैनपुर
तहसील मुख्यालय मैनपुर निवासी बुधराम नायक की 03 मई दिन रविवार को अचानक हुई मौत को लेकर तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर सहित क्षेत्र में अब कई सवाल खडे हो रहे है. जंहा एक ओर इसे फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने की बात बताई जा रही थी वही दुसरी ओर डाॅक्टरी रिर्पोट के अनुसार हार्ट अटैंक आने से मौत बताई जा रही है तो इसी बीच मृतक बुधराम नायक के परिजनों से इस मौत को आत्महत्या नही बल्कि हत्या बताते हुए निष्पक्ष जांच करने की मांग को लेकर 27 जून 2020 को मैनपुर थाना में एक आवेदन दिया है. और तो और बुधराम नायक की मौत के दो माह बाद भी इस मामले से पर्दा नही उठने से नगर व क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाए सुनने को मिल रहा है और तो और इसी बीच बुधराम नायक मौत के मामले को लेकर अब सर्व आदिवासी समाज भी समाने आ चुका है और मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की मांग को लेकर एक सप्ताह पूर्व बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के विधायक डमरूधर पुजारी एंव आदिवासी अमात गोंड के केन्द्रीय अध्यक्ष व पूर्व विधायक ओंकार शाॅह के नेतृत्व में आदिवासी समाज का एक प्रतिनिधि मंडल गरियाबंद पहुचकर गरियाबंद जिले के पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल से मुलाकात कर मामले की निष्पक्ष जांच कराते हुए दोषियों को सजा दिलाने की मांग किया है.
वही इस मामले को लेकर सर्व आदिवासी समाज में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है, और इस मामले को लेकर सर्व आदिवासी समाज द्वारा एक बडे बैठक जल्द ही मैनपुर क्षेत्र मेें विधायक डमरूधर पुजारी एंव आदिवासी अमात गोंड समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष व पूर्व विधायक ओंकार शाह के नेतृत्व में जल्द होने की जानकारी मिली है साथ ही इस सम्मेलन मे आदिवासी समाज के कई बडे नेता पूर्व विधायक पूर्व मंत्री एंव बस्तर से पूर्व सांसद व कई आदिवासी समाज के बडे नेताओें के बैठक में आने की उम्मीद जताई जा रही है, साथ ही उग्र आंदोलन करने की रणनिति बनाई जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार ज्ञात हो कि मृतक बुधराम नायक के पुत्र खिलेश्वर नायक ने मैनपुर थाना में आवेदन देकर शिकायत किया है कि 03 मई दिन रविवार को मैनपुर निवासी बुधराम नायक मैनपुर तालाब छिन्द तालाब में मछली खरीदने गया था इस दौरान उनके साथ उनके भांचा देवकुमार नेताम भारत ,लक्ष्मण यादव और गोलू यादव भी गया था लेकिन उन्हे पैसा देने के बावजूद मछली नही दिया गया और नगर के तीन युवकों द्वारा उनके साथ मारपीट किए जाने एंव गाली गलौच किए जाने का आरोप उनके परिजनों ने आवेदन में लगाया है, जिससे बुधराम नायक प्रताडित होकर रोते हुए घर के सामने आकर मैनपुर नगर के उन तीन युवकों का नाम ले लेकर गाली बकते ,रोते बिखलाते हुए घर के अंदर चले गया और गमछे के सहारे फांसी लगा लिया जिसे परिजनों ने देखते ही फांसी से उतारा तब उसकी सांस चल रही थी और उन्हे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मैनपुर ले जाया गया जंहा उसे डाॅक्टरों के द्वारा मृत घोषित किया गया, मृतक पुत्र खिलेश्वर नायक व परिजनों ने इस पुरे मामले में मैनपुर नगर के तीन युवकों द्वारा गाली गलौच मारपीट करने से मानसिंक प्रताडना के शिकार होकर बुधराम नायक द्वारा आत्महत्या जैसे कदम उठाने और उसे आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए तीनों युवकों के खिलाफ उचित कार्यवाही करने की मांग किया है।
बुधराम नायक के मौत के बाद नगर में उठते कई सवाल
परिजनों द्वारा जंहा बुधराम नायक की मौत तीन युवकों द्वार प्रताडित करने व आत्महत्या को उकसाने से होने की बात कही जा रही है वही दुसरी ओर उनके शरीर में कई जगह जख्म के निशान होने का आरोप भी लगा रहे है, तो दुसरी ओर डाॅक्टर के पोस्टमार्डम रिर्पोट के अनुसार बुधराम नायक की मौत हार्टअटैक से होने की बात बताई जा रही है, जिससे बुधराम नायक की मौत को लेकर नगर में पिछले दो माह से तरह तरह की चर्चाए सुनने को मिल रहा है, और नगर के लोग भी जल्द ही इस मौत के मामले से पर्दे उठने की इंतजार कर रहे है।
बुधराम नायक मौत के मामले को लेकर आदिवासी समाज में भारी आक्रोश
बुधराम नायक राज गोंड समाज के परिक्षेत्र अध्यक्ष के पद पर था और उसके मौत की जानकारी लगते ही इस मामले को लेकर बिन्द्रानवागढ के विधायक डमरूधर पुजारी, अमात गोंड समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष एंव पूर्व विधायक ओंकार शाह , आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री जनक ध्रुव ,सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष भरत दीवान, जिला पंचायत गरियाबंद के सभापति लोकेश्वरी नेताम, अमात गोंड समाज के मैनपुर अध्यक्ष अमृतलाल नागेश, आदिवासी नेता खेदू नेगी एंव मृतक के परिजन एक सप्ताह पूर्व जिला मुख्यालय गरियाबंद पहुचकर पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल से मुलाकात कर उन्हे ज्ञापन सौपकर मांग किया है कि बुधराम नायक पिता गोंन्चू नायक मैनपुर की मौत की घटना 03/05/2020 दिन रविवार की है और बुधराम नायक की मौत डंडे के पिटाई से हुआ है जिसके उससे शरीर मेें चोट के निशान देखने को मिला जिसे आत्मग्लानी होकर मृतक द्वारा फांसी लगाने का मामला बताया जा रहा है जबकि उसका घर बहुत छोटा है वहा पर फांसी लगाने की जगह ही नही है एंव स्थान नही दिखता घर छोटा है इसलिए इस मामले में बार बार एफआईआर दर्ज कराने की बात कही जा रही थी लेकिन अब तक एफआईआर नही हुआ है आदिवासी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने बुधराम नायक मौत के मामले के साथ ही मैनपुरकला निवासी सीताराम मर्डर केस मामले की भी जांच करवाकर दोषियों पर कडी से कडी कार्यवाही करने की मांग किया है, वही पुलिस अधीक्षक गरियाबंद द्वारा प्रतिनिधि मंडल को मामले की जांच निष्पक्ष रूप से करवाने की बात कही गई है।
क्या कहते है विधायक
1.बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के विधायक एंव राज गोंड समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष डमरूधर पुजारी ने पत्रकारों को चर्चा में बतााय कि बुधराम नायक की मौत मारपीट किए जाने से हुआ है, और तालाब में मछली खरीदी करने गया था इसी बात को लेकर विवाद हुआ है जिसके मैनपुर नगर के कई लोग व उसके परिजन खुद गवाह है, इस हत्या को आत्महत्या बताने की कोशिश किया जा रहा है मामले की निष्पक्ष जांच किए जाने की मांग पुलिस अधीक्षक गरियाबंद से किया गया है।
डमरूधर पुजारी विधायक बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र
2 अमात गोंड समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष एंव पूर्व विधायक ओंकार शाह ने चर्चा में बताया कि बुधराम नायक की मौत मारपीट की घटना से हुआ है इसकी गवाह उसके स्वयं परिजन है और परिजनों द्वारा मारपीट करने वालों का नाम थाना में लिखित में दिया गया है बावजूद अब तक पुलिस इस मामले में कोई कार्यवाही नही किया है श्री शाह ने कहा मामले की निष्पक्ष जांच किया जाए नही तो आदिवासी समाज बुधराम नायक एंव सीताराम नागेश मर्डर केस को लेकर उग्र आंदोलन करेंगी जिसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
ओंकार शाह केन्द्रीय अध्यक्ष अमात गोंड समाज एंव पूर्व विधायक
3.मैनपुर थाना प्रभारी भूषण चन्द्राकर ने बताया बुधराम नायक के परिजनों ने थाना में आवेदन दिया है मामले की जांच तीन स्तर पर किया जा रहा है जल्द ही मामले की जांच पुरी हो जाऐगी ।
भूषण चन्द्राकर थाना प्रभारी मैनपुर