कौमी एकता कांफ्रेंस में धार्मिक कट्टरता को छोड़ समाजिक सद्भावना का संदेश
1 min read
राउरकेला। बिसरा के गुड़गुड़जोर के बाद सेक्टर-15 में आल इंडिया उलेमा बोर्ड की ओर से विशाल कौमी एकता कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस मौके पर जुटे इस्लामिक विद्वानों व अतिथियों ने देश व समाज के हित में समाज के हर वर्ग से धार्मिक कट्ट्रता को छोड़Þ कर समाजिक सदभावना को अपनाने का संदेश दिया और आयोजकों की पहल की प्रशंसा की। आॅल इंडिया उलेमा बोर्ड द्वारा राउरकेला के सेक्टर-15 में एक विशाल कौमी एकता कांफ्रेंस का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य प्रवक्ता मो।अरशद नदवी अध्यक्ष एआईयुवी शामिल थे।मुख्य अतिथि के रूप में बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष साही इमाम नियाज अहमद काशमी,राष्ट्रीय सचिव अलमा बुनाइ हसन,राष्ट्रीय आर्गानाइजिंग सेक्रेट्री वारिश अली प्रमुख शामिल थे।इसके साथ ही राज्य युवा अध्यक्ष मो।जावेद,राज्य युवा सचिव दानीस अख्तर,जिला युवा अध्यक्ष शेख बिसिभल हक,राउरकेला युवा अध्यक्ष इस्तेहार महम्द,राउरकेला अध्यक्ष नसीम अख्तर आदि मंचासिन थे।इस कायक्रम में जार्ज तिर्की,प्रशांत सेठी व वीरेन सेनापति सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल हुए।मुख्य वक्ता मो। अरसद नदवी ने अपना वक्तव्य के माध्यम से सभी देशवासियों को एक होने का सलाह दी।इसके साथ कोई भी धर्म प्रति कठोर मनोभाव न रखकर सदभावना व भाईचारा बजाय रखने कहा।इस कार्यक्रम में कोयल बैंक,नाला रोड, सेक्टर-15 आदि अंचल के लोग शामिल थे।