मिथिलावासियों ने खेला मैथिली संस्कृति के प्रतिक सामा चकेबा का खेल

राउरकेला। मिथिला वासियों का मैथिली संस्कृति का पारम्परिक खेल सामा चकेबा का आयोजन किया गया है।यह खेल मिथिलान्चल क्षेत्र की महिला छठ पुजा के दूसरे दिन से इस खेल को प्रारंभ कर कार्तिक पूणिर्मा को इसका विसर्जन करती हैं।यह त्योहार भाइ के दिर्घायु के लिए करती हैं शाम को समस्त महिला इकटठे होकर पारम्परिक सामुहिक गीत गाते हुए, भाइ एवं परिवार के सुख शान्ति कि प्राथर्ना करती है।
मिथिला के इस पावन त्योहार मनाने मे मिथिला विद्यापति परिषद के सदस्यों ने इन महिला सद्स्यो को धन्यबाद दिया कि इन्होंने इस परम्परा को निभाया। संस्था के सचिव ने सभी सदस्यों से निवेदन किया है की,दस नवम्बर रविवार को विद्यापति दिवस को दयानंद नगर भिक्षु जन कल्याण आश्रम मे मनाया जाएगा सभी सद्स्य सपरिवार आकर दिवस के साथ सामा चकेबा खेल का आनंद ले।इस मौके पर बड़ी संख्या में मिथिला वासियों ने हिस्सा लिया और मैथिली संस्कृति का पारम्परिक खेल सामा चकेबा का लुत्फ उठाया।