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November 23, 2024

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सम्मान की जिंदगी जीने के लिए अपने महानायकों के आदर्शों पर चलना होगा : श्यामलाल

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Most society should not be ashamed to speak "Jai Bhima"

मोस्ट समाज को “जय भीम” बोलने में शर्म नहीं आनी चाहिए

सुलतानपुर। शनिवार को हंसवाहिनी पब्लिक स्कूल खोखीपुर (कुड़वार) में मोस्ट कल्याण संस्थान उ.प्र. के तत्वाधान में “सारे बंधन तोड़ो, मोस्ट (बहुजन) समाज जोड़ो” के उद्देश्य से मोस्ट प्रमुख राम उजागिर (नेवी वाले) के नेतृत्व में मोस्ट सम्मेलन का आयोजन किया गया।  उक्त अवसर पर पूर्व विधायक सफदर रज़ा ने कहा कि समता हर भारतीय का संवैधानिक अधिकार है किन्तु समाज में आज भी ऊँच-नीच की व्यवस्था कायम है मनुवाद से पीड़ित समाज के लोगों को अंबेडकरवाद का अनुकरण करना चाहिए तथा मोस्ट समाज को “जय भीम” बोलने में शर्म नहीं आनी चाहिए।
Most society should not be ashamed to speak "Jai Bhima"मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्याममलाल निषाद ने कहा कि मनुवाद सामाजिक असमानता के औचित्य को सिद्ध कर मोस्ट समाज का अपमान व शोषण का पोषण करता है इसलिए मनुवादी परम्पराओं की गोद मे बैठे जनप्रतिनिधयों व मनुवादी विचारधारा की गोद में बैठी राजनीतिक पार्टियों के सुप्रीमों से समाज की उन्नति व सम्मान बढाने के लिए संघर्ष की उम्मीद नही की जा सकती। मोस्ट समाज को अपनी उन्नति के लिए संगठित व सम्मान की जिंदगी जीने के लिए अपने महानायकों और महानाइकाओं के आदर्शों पर चलना होगा।

Most society should not be ashamed to speak "Jai Bhima"

उक्त अवसर पर उप निदेशक राजकुमार गौतम, जिला संयोजक जीशान अहमद, सदस्य जिला पंचायत राम शंकर यादव, हरिनन्दन पाल, सत्यदेव गौतम, हरिप्रसाद, रामचन्द्र मौर्य, राजितराम यादव, आदित्य यादव, सुशील कुमार, रामचन्द्र यादव, लालबहादुर यादव, दानबहादुर, नंदलाल, श्याम प्रकाश यादव, शिवनाथ यादव, राम अवध यादव, स्वामीनाथ, रामकुमार, स्वामीनाथ प्रजापति, राजेश कुमार, अशफाक वेग, जगदम्बा प्रसाद विश्वकर्मा, मो.नसीम सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।

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