सुरक्षा से संबंधित हमारे लक्ष्योंं को हर हाल में कार्य में परिवर्तित करना होगा:चट्टराज
1 min readफैक्ट्री एवं बॉयलर्स की मदद से आरएसपी के इंजीनियरिंग विभाग में सुरक्षा पर कार्यशाला
राउरकेला। सीपीटीआई में 21 अगस्त, 2019 को सेल, राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) के सुरक्षा इंजीनियरिंग विभाग द्वारा इलैक्ट्रिकल सुरक्षा पर आयोजित कायर्शाला में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए सीईओ श्री दीपक चट्टराज ने कहा, सुरक्षा से संबंधित हमारे लक्ष्य को हर हाल में कार्य में परिवर्तित करना होगा।आइए शपथ लेते हैं कि न तो मैं कोई असुरक्षित कार्य करूंगा, न ही किसी को इस तरह की कार्य करने दूंगा।उप निदेशक, फैक्ट्री एवं बॉयलर्स, ओडिशा सरकार श्री ए। नायक, सहायक निदेशक, फैक्ट्री एवं बॉयलर्स, ओडिशा सरकार श्री एम।के। मिश्र, कायर्पालक निदेशक (वर्क्स) श्री गौतम बनर्जी, महा प्रबंधक (इलेक्ट्रिकल) श्री एस। चक्रवर्ती और उप महा प्रबंधक प्रभारी (सुरक्षा, अग्निशमन और पर्यावरण) श्री एस। आचार्य भी मंच पर उपस्थित थे। सुरक्षा के प्रति उचित रवैये पर जोर देते हुए सीईओ ने कहा, माइंडसेट हर चीज का चालक है। नियमों, विनियमों, प्रणालियों और प्रक्रियाओं से वांछित परिणाम तभी प्राप्त हो सकते हैं जब हम अपनी मानसिकता को उजागर कर सकारात्मक इरादे के साथ कार्य करें। सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने के लिए आरएसपी कर्मीसमूह की भूमिका पर विचार करते हुए, श्री चट्टराज ने कहा, हमारे सुरक्षा रिकॉर्ड हमारे उत्कृष्ट उत्पादन प्रदर्शन से मेल खाना चाहिए।यह हमारी भविष्य की विस्तार योजनाओं के लिए अच्छी तरह से विकसित होगा। उन्होंने सभी से आरएसपी को दुर्घटना मुक्त बनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।इस अवसर पर बोलते हुए श्री नायक ने कहा कि आरएसपी को सुरक्षा के संबंध में अन्य संयंत्रों और संगठनों के लिए रोल मॉडल होना चाहिए। उन्होंने शून्य दुर्घटना के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कार्यबल के सहयोग और भागीदारी पर जोर दिया।उन्होंने सभी से काम पर विश्वास और लापरवाही से छुटकारा पाने और पिछली गलतियों से सीखने का आग्रह किया।
अपने संबोधन में श्री मिश्र ने कहा कि आरएसपी, जो कि सबसे बड़ा नियोक्ता है और जिसे ओडिशा के शिल्प कोणार्क के रूप में भी जाना जाता है, उसे ओडिशा सरकार की ‘विजन जीरो कॉन्सेप्ट’ को प्राप्त करने में और भी बड़ी भूमिका निभानी है। उन्होंने किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए इंजीनियरिंग, शिक्षा और प्रवर्तन पर जोर दिया। उन्होंने संयंत्र में कायर्शाला के आयोजन का नेतृत्व करने के लिए आरएसपी के सीईओ को धन्यवाद भी दिया।अपने संबोधन में श्री बनर्जी ने कहा कि आरएसपी प्रबंधन सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और संयंत्र में प्रत्येक कार्य सुरक्षा पर विचार-विमर्श के साथ शुरू होता है। उन्होंने प्रतिभागियों से विद्युत सुरक्षा पर इस अद्वितीय कार्यक्रम से अधिकतम लाभ प्राप्त करने का आग्रह किया। श्री चक्रवर्ती ने अपने संबोधन में विद्युत कार्यों के लिए सही व्यक्तियों के चयन और प्रस्तरण के महत्व और उन्हें सुरक्षित रूप से काम करने के लिए प्रशिक्षण और कायर्शालाओं का आयोजन पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।श्री आचार्य ने अपने स्वागत भाषण में सुरक्षा प्रबंधन को एक सतत प्रक्रिया करार दिया और कायर्शाला के उद्देश्यों पर विचार-विमर्श किया।सुरक्षा इंजीनियरिंग विभाग के उप महा प्रबंधक श्री एस।सी। महांति ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया। कायर्शाला में विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले ठेका श्रमिकों सहित लगभग 100 कमर्चारियों ने भाग लिया,सहायक प्रबंधक (सी।पी।-कक) सुश्री अंकिता बिलुंग ने कार्यक्रम का संचालन किया।