सदियों से नदी तंत्र का हिस्सा रहे समुदाय को नदी से दूर नही किया जा सकता : श्यामलाल
1 min readसुलतानपुर। आज दिनांक 08.03.2020 को विकासखण्ड धनपतगंज क्षेत्र के नकहा गांव में संजय निषाद के नेतृत्व मोस्ट समाज को जोड़ने तथा एन.जी.टी. काले कानून के विरोध में जागरूकता सम्मेलन का आयोजन किया गया।
उक्त अवसर पर मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद “गुरुजी” ने कहा आपसी बिखराव के कारण ही मोस्ट समुदाय के मूलभूत संवैधानिक अधिकारों को खत्म कर अपने ही देश में भिखारी और शरणार्थी बनाने पर सरकार आमादा है, दमनकारी फरमान एन.जी.टी. वापस कराने तथा अस्तित्व बचाने के लिए संगठित होकर संघर्ष के अलावा कोई रास्ता नही है।
श्री निषाद ने एलान किया कि बाप-दादा की वरासत-विरासत व हमारी पहचान नदी तंत्र से हम लोगों को दूर करने वाले दमनकारी आदेश के विरुद्ध जीवन के आखिरी सांस तक संघर्ष किया जाएगा। कार्यक्रम के संरक्षक रज्जन प्रसाद ने नकहा में निःशुल्क मोस्ट कोचिंग सेंटर के लिए हर सम्भव सहयोग का भरोसा दिया। सह संयोजक नरेंद्र कुमार निषाद व दिलीप निषाद (चुनहा) ने एन.जी.टी. काले कानून को रोकने के लिए आगामी 6 जून को महाजल समाधि में भारी तादात में शामिल होने की अपील की। इरफान अहमद सिद्दीकी ने मोस्ट समाज से मिलजुल कर संघर्ष की अपील की। सम्मेलन में बीमा सलाहकार हरिश्चंद्र निषाद, फलजीत निषाद, राहुल निषाद, मंगरु निषाद, दिनेश कुमार निषाद, सुभाष निषाद, प्रेमचंद्र निषाद, नन्हेलाल निषाद, साहबलाल निषाद, राम मिलन निषाद, हीरालाल निषाद, कुलदीप, विजेंद्र कुमार, सोनू, पवन कुमार, छोटेलाल निषाद, पप्पू निषाद, छंगू निषाद, कर्मलाल, ज्वाला प्रसाद निषाद, अनिल निषाद, हरिनाथ, गोकुल, जितेंद्र, अखिलेश, मुकेश निषाद, रामसरन, कल्लू, बृजेश निषाद, आशाराम, त्रिलोकी, हरिकेश निषाद, रामदेव निषाद, अमित कुमार, आनंद निषाद, लालजी निषाद, शारदा देवी, सुल्तान बिन उमर, अकबर खान, जाबिर खान, जावेद, जेठूराम, त्रिभुवन निषाद, चैतू, ओंकार, नन्हेराम, अर्जुन, करमैता, गुड़िया, हृदयराम निषाद, भगवत प्रसाद निषाद, रविन्द्र निषाद, पूजा निषाद, जितेंद्र कुमार सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।