नहीं मिला एम्बुलेंस तो कंधे पर लाद कर शव को लाए घर
1 min read
भवानीपटना। odisha news- कलांहाडी जिला थुआमुल रामपुर ब्लॉक के बालीसोरा गांव में एक परिवार ने अपने परिजन की लाश को कंधा पर उठाकर लेकर आई। बालीसोरा गांव के निगड़ी माझी नामक एक व्यक्ति की तबियत खराब होने के कारण उसे थुआमुल रामपुर के कांडीगुमा अस्पताल ( जिस अस्पताल को ट्रस्ट परिचालित कर रहा है) में भर्त्ती हुआ था। दो दिन अस्पताल में इलाज चलने के बाद उसकी मौत हो गई।
मौत के बाद थुआमुल रामपुर स्थित सरकारी अस्पताल में एंबुलेंस के लिए निवेदन किया, लेकिन एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हुआ। भवानीपटना सरकारी अस्पताल से भी एंबुलेंस मांगने की कोशिश की गई परंतु वह भी उपलब्ध नहीं हो पाया। मजबूरन परिवार वालों ने लाश को अपने कांंधा पर उठा कर काड़ीगुड़ा अस्पताल से अपने गांव बालिरोसा तक लेकर जाना पड़ा। गौरतलब है कि दान माझी घटना के बाद बहुत नेताओं ने दान माझी के घर जाकर बहुत बड़ी बड़ी बातें कही एवं दु:ख प्रकट किया एवं जो पेपर मेंं हिरो बनने की कोशिश की। जिला प्रशासन ने भी बहुत भरोसा दिलाया था। परंतु इस घटना को देखने से पता चलता है कि गरीबों के लिए किसी की चिंता नहीं है। यहां और भी उल्लेख करना पड़ रहा है कि इस थुअमुल रामपुर अंचल में सैकड़ों एनजीओ है। परंतु बालिसोर गांव के निगड़ी माझी जैसे सैकड़ों आदिवासी उस प्रकार के परेशानी को झेलते आ रहे हैं। ये एनजीओ सिर्फ सरकार को कोसते रहते हैं। ये चाहें तो इस थुआमुल रामपुर में दस एंबुलेंसं खड़ी कर सकते हैं परंतु नहीं करते। इसी कारण वहां के लोग लाश को कंधे पर ही लेआते हैं।