परिपोषण पालन प्रशिक्षण से बच्चों और महिलाओं के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाया सकता है – अशोक पाण्डेय

- शेख हसन खान, गरियाबंद
- परिपोषण पालन मार्गदर्शक मैनपुर में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
गरियाबंद । गरियाबंद जिले के तहसील मुख्यालय मैनपुर पटेेल समुदायिक भवन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मैनपुर देवभोग के समस्त परिवेक्षकों का दो दिवसीय परिपोषण पालन के मार्गदर्शन कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में गरियाबंद जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक पाण्डेय भी शामिल हुए और उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि परिपोषण पालन प्रशिक्षण महिला बाल विकास एक ऐसा कार्यक्रम है जो महिलाओ और बच्चों को पोषण पालन – पोषण और बाल विकास के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
यह कार्यक्रम महिलाओं को अपने बच्चों की बेहतर देखभाल करने और उनके स्वास्थ्य विकास के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चों के स्वस्थ जीवन के लिए संतुलित आहार बेहद जरूरी है। जिसके संबंध में आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों का संपूर्ण विकास विषय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षक कुलदीप यादव के द्वारा दिया जा रहा है। कार्यशाला 2 दिवस का है आज प्रशिक्षण के अंतिम दिवस में डीपीओ अशोक पाण्डेय के द्वारा सभी पर्यवेक्षकों को मार्गदर्शन दिया गया। जिससे हमारे जिला के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में नौ ननिहालों का विकास संपूर्ण रूप से किया जा सके।
महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी श्री पी के ठाकुर ने कहा इस कार्यशाला में बच्चो के उचित पालन पोषण के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान किया जा रहा है बच्चो के संज्ञानात्मक, समाजिक और भावनात्मक विकास को बढ़ावा देना, महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओ को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना, कार्यशाला में बच्चो के सर्वागीण विकास एवं समाज के सुनहरे भविष्य के रूप में तैयार करने हेतु उचित माहौल तैयार करने की जानकारी दी गई साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रो को बच्चो के अनुरूप तैयार करने का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होने कहा परिपोषण पालन प्रशिक्षण महिला बाल विकास कार्यक्रम बच्चो और महिलाओ के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है यह कार्यक्रम बच्चो के स्वास्थ्य विकास और महिलाओ के सशक्तिकरण में मदद करता है। इस मौके पर प्रमुख रूप से सीडीपीओ पंचू राम ठाकुर, नीता अवधिया, लीलावती सेन, पदमनी सिन्हा कुमारी साहू, कविता ठाकुर, पुष्पा ध्रुव, ओमेश्वरी, नाजिया बानो, इंद्राणी, सुंदर ठाकुर, रुखमणि, मालती, धनेश्वरी, सोहागा बाई, सुनिल पटेल, हेमलाल प्रधान एवं बड़ी संख्या में पर्यवेक्षक उपस्थित थे।