Recent Posts

October 19, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

जरुरत की सड़क बनाने के लिये अक्सर सपनों का डामर बिछ जाता हैं

1 min read

SHIKHA DAS, पिथौरा, महासमुंद

जरुरत की सड़क बनाने के लिये अक्सर सपनो का डामर बिछ जाता हैं
जम्हरवासी व क्षेत्र गँभीर सड़क समस्या से जूझ रहे!
सँज्ञान लेने वाला कोई नहीं!
हलाकान परेशान रहवासी

बसना विधानसभा के महत्वपूर्ण प्रथम व कृषि प्रधान ग्राम जम्हर जाने वाले मागॆ खस्ताहाल हालात ने लोगो को हलाकान करके रखा है । ब्लाक मुख्यालय से लगभग 3 कि.मी. से यह रोड मुढीपार से बारनयापारा को जोड़ता है इस रोड में तीन हायर सेकेन्डरी स्कुल एक राईस मिल तथा सभी ग्राम कृषि प्रधान ग्राम है इस रोड मे प्रतिदिन हजारो की संख्या मे लोग आवा जाही करते हैचुनाव के समय जन प्रतिनिधी सबसे पहले ग्राम जम्हर मे विकास और चुनावी वादों की दुहाई देने आते है |

नमस्कार की मुद्रा मे पर चुनाव का खेल खत्म होते ही कहां दुबक जाते है पता नहीं चलता? किसी को भी इस गाँव की मानो चुनाव के पहले याद ही नही आती ग्राम गोड़बहाल से जम्हर जाने वाले रास्ते लगभग आठ कि.मी. तक की सड़क अत्यंत ही जर्जर व जगह जगह तालाब डबरीनुमा गड्ढे.मे परिवर्तित हो चुकी है ।

ग्रामीणों मे काफी नाराजगी देखी जा रही है ग्रामीणों का कहना है.की किसी प्रकार की जनहानि होने पर संबंधित विभाग की पूरी जिम्मेदारी होगी ।संबंधित विभाग इस रोड की तत्काल मरम्मत कराएं ग्रामीणों की माँग ।लगभग 10 कि मी की लंबी सड़क जजॆर होने से किसान छात्र हर वर्ग के राहगीर~ सभी वगॆ हैं हलाकान ।

बरसात के दिनो में यह और भी अधिक तकलीफों वाली सिरदर्दी वाली सड़क बन जाती हैं । बसना विस का important अँतिम छोर पर बसा जम्हर गाँव PWD व प्रधानमंत्री सड़क योजना AGENCYके बीच होने का दँश झेल रहा है । एक अदद सी अच्छी सड़क के लिए तरस रहे वो राहगीर वो ग्रामीण जो इस लोकतंत्र के वोटर हैं पर ना वोट लेने वालों को इनकी चिन्ता ना शासन के दो महत्वपूर्ण DEPARTMENT PWD व प्रधानमंत्री सड़क योजना AGENCIES के दारोमदारो को कोई गरज हैं ।

नेशनल हाईवे मुढीपार से छिबर्रा तक PWD द्वारा बनाया गया रोड है और गोड़बहाल से जम्हर तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाया गया है जो काफी जर्जर हो चुका है /

दोनों ही विभाग से जनता नाराज हैं

इस बदहाली भरी दो विभाग की सड़क में बदहाल जनता तो दो पाटन के बीच साबुत बचा ना कोय वाले दोहे को याद करती नजर आती हैं और लोकतंत्र में हम VOTER छले जाते हैं यही है चेहरे का भाव ।

और इस बीच प्रधानमंत्री सड़क योजना के जिम्मेदार इँजीनियर ललित सिन्हा से हमने पूछा तो पहले तो मेरी सड़क उनकी सड़क कहते पल्ला झाड़ते नजर आये^ । इँजीनियर का कथन -: यह 2003 में बनी प्रधानमंत्री सड़क योजना की सड़क हैं ।
PWD की सड़क भी हैं /वो DEPARTMENT हैं हम AGENCY हैं ।बजट नही हैं ।ANNUAL REPOTING करते हैं FUND नहीं हैं ।अपने मन से खर्च नही कर सकते ।फरवरी में 2019_20 बजट हेतु ऊपर भेजा गया PROCESS में है LOCKDOWNभी हुआ ।2017में डामरीकरण हुआ था ।पुल निर्माण कार्य जारी हैं । गौरतलब हैं कि
एक तरफ FUND का रोना दुसरी तरफ यह कहना कि बहुत जजॆर नही हैं आदि आदि कथन से लगा कि इच्छाशक्ति का अभाव या कुछ और ?

लोक निर्माण विभाग की निद्रा कब टूटेगी यह समझ से परे अमूमन PWDकी सड़कों का यही हाल अनेक स्थानों पर हैं /PWD के इँजीनियर SDO से बयान का प्रयास किया गया पर नही हो पाया ।

बहरहाल PWD व प्रधानमंत्री सड़क योजना के दारोमदारो को एक दुसरे का नापजोख ना करके
जजॆर सड़कों का नापजोख कर त्वरित निदान जनता को देना अति महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व हैं ।
शासन प्रशासन से APPOINTED प्रशासनिक अमले को सरकारी खजाने से वेतन दिया जाता हैं कि वो एक सुगम व्यवस्था जनता को दे ।उनकी जवाबदेही हैं पर ये भी वोट लेकर नदारद नेताओं की तरह ही हरकत करते नजर आ रहे कि दो विभागों द्वारा चन्द KM की सड़क को सुधारने हेतु कोई ACTION MODEमें नजर ही नही आ रहे ? अगर सड़क की जजॆर हालत से किसी प्रकार की जान माल की क्षति होगी तो दोनों विभाग जिम्मेदार होगा
ग्रामीणो रहवासी क्षेत्र के लोगों ने कहा ।उल्लेखनीय यह कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माण हुआ है मुड़ी पार से ग्राम पंचायत जम्हर तक और ग्राम गोड़बहाल से जम्हर तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाया गया है जो काफी जर्जर हो चुका है ।

नेशनल हाईवे मुढीपार से छिबर्रा तक PWD द्वारा बनाया गया रोड है और इस बीच प्रधानमंत्री सड़क योजना के जिम्मेदार इँजीनियर ललित सिन्हा से हमने पूछा तो पहले तो मेरी सड़क उनकी सड़क कहते पल्ला झाड़ते नजर आये। इँजीनियर प्रधानमंत्री सड़क योजना के इँजीनियर हो या PWD उनकी मानवता मर चुकी हैं ??। यह विडियो व PHOTOS बयाँ कर रहे डबरी गड़्ढे मे सड़क की ; सड़क मे नदी तालाब डबरी ।इँजीनियर जजॆर ता की बात स्वीकार नही झुठलाने की कोशिश मे गोलमोल जवाब देते हैं ।

क्या केन्द्र या राज्य सरकारों की आँखो मे धूल नहीं झोक रहे इँजीनियर SDO AGENCY / DEPARTMENT ?? ACB से जाँच का शायद इँतजार है इनको !

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *