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December 25, 2024

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स्वयं पाडिया ने आईआईटी में दाखिला लेकर रोशन किया बिसरा का नाम

Pandia himself enrolled in IIT and named him Bisara

बिसरा। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले बच्चों को आईआईटी।में दाखिला लेना एक सपना होता हैं। सैकड़ों में एक दो को ही यह सौभाग्य प्राप्त हो पाता हैं। पर इसी सपने को पूरा किया बिसरा के लाल स्वयं ने। बिसरा में मस्जिद चौक स्थित मुरारी साइकल स्टोर के नाम से साइकल की दुकान चलाने वाले मध्यम वर्गीय गणेश पाडिया के बड़े बेटे स्वयम पाडिया (सोनू) को माँ बाप के कोशिश, आशीर्वाद व खुद की कड़ी मेहनत से धनबाद (झारखंड ) आईआईटी में दाखिला मिल गया। 19 जुलाई को जैसे ही स्वयम के आई।आई।टी। क्रेक करने की खबर आयी माता पिता दोनों अपने खुसी के आंसू रोक नहीं पायें।

Pandia himself enrolled in IIT and named him Bisara

स्वयम के पास होने पर उसके माता पिता को बधाई देने के लिए लोगों का ताता लग गया। स्वयम पाडिया एक माध्यम वर्गीय परिवार से होने के वावजूद भी पिता गणेश पहाड़िया ने किसी तरह तकलीफ उठाते हुए अपने बच्चे का सपना पूरा करने के लिए उसे राजस्थान के कोटा में विद्यांजलि ऐकडमी कॉलेज में व आई।आई।टी। कोचिंग के लिए कोटा के ही एलन कर्रिएर इंस्टिट्यूट कोचिंग सेंटर में दो वर्ष पढ़ाया। स्वयम अपनी स्कूल की पढाई राउरकेला इस्थित डिसूजा स्कूल से पूरी की जहां वो स्कूल टॉपर भी रहा। माँ सरिता पाडिया एक गृहणी होने के वावजूद भी अपने बड़े बेटे का पढाई का पूरा ख्यआल रखती थी। स्वयम ने जे।ई।मेंस में आल इंडिया 8392 रेंक रखे व जे।ई।एडवांस में 8392 रेंक के साथ आई।आई।टी। क्रेक  किया ,स्वयम अब धनबाद में केमिकल इंजीनिरिंग की पढाई कर रहा हैं। स्वयम आई।आई।टी। पाने वालो में बिसरा का नाम रौशन करते हुए बिसरा का दूसरा विद्यार्थी हैं। पहला स्थान पर बिसरा के कपडा व्यवसायी नवल चांडक व मुक्त चांडक के पुत्र नबीन चांडक के नाम हैं। नबीन चांडक सं 2011 में आल इंडिया रेंक 88 रखते हुए आई।आई।टी। बॉम्बे में दाखिला पाया और वहां से कम्प्यूटर साइंस में इंजीनिरिंग करने बाद अब वो यु।एस।ए।केलिफोर्निआ स्थित गूगल के हेड आॅफिस में कंप्यूटर इंजीनीर के पद पर कार्यरत हैं।

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