उदंती में आए इंग्लैंड से लोग जंगल में अग्नि रोकथाम और मानव हाथी द्वंद के बारे में बताने
1 min readMainpur_- Sheikh Hasan Khan
नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी द्वारा पिछले साल उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के जंगलों में शिकार के विरुद्ध जागरूकता फैलाकर साथ ही स्थानीय लोगों के साथ मिल कर सराहनीय कार्य किया। कार्य के सफलता को देखते हुए इस कार्यक्रम को आर्थिक मदद प्रदान करने वाली संस्था वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया और डेविड शेफर्ड वाइल्ड लाइफ फाउंडेशन से एमिली लैंब एवं मैट आर्मस्ट्रांग 4 दिन के लिए इस टाइगर रिजर्व में आए।
चूंकि आने वाले कल में अग्नि एक बड़ी समस्या होने वाली है साथ ही टाइगर रिजर्व में हाथियों का आना जाना भी पिछले 1 साल से लगातार हो रहा है इस वजह से वन विभाग एवं नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी एकजुट होकर इसके लिए लोगों को जागरूक करना चाहा। इसके बारे में टाइगर रिज़र्व के डिप्टी डायरेक्टर श्री विष्णु नायर जी और गरियाबंद के वन मंडल अधिकारी श्री मयंक अग्रवाल जी ने इन दोनों को बताया और वे भी इसके लिए बेहतर कार्य करने की जरूरत समझी।
इन चार दिनों में डेविड शेफर्ड वाइल्डलाइफ फाउंडेशन, नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी एवं वन विभाग के सदस्य जुगाड़, बरगांव के सरकारी स्कूल, गवरमुड, बेसरझार, ओढ आदि गांव के लोगों के साथ इस पे चर्चा किये और लीफलेट्स और पोस्टर भी बाटें।
एमिली ने कहां की आग जंगल मे एक बड़ी समस्या है और यदि इसका रोकथाम समय रहते नही किया गया तो यह वनों व वन्य प्राणियों को काफी नुकसान पहुंचाता हैं साथ ही हाथियों के बारे में चर्चा करते हुए जब भी इनसे आमना सामना हो तो क्या करें और क्या ना करें इसपे सुझाव दिया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल रहे उत्तर उदंती के परिक्षेत्र अधिकारी फ़िरोज़ खान, कुल्हाडीघट के डिप्टी रेंजर बैकुंठ ठाकुर, सभी वन अमला, और संस्था से श्री एम सूरज, मोइज अहमद, नितेश साहू, ओम प्रकाश, अजय साहू शामिल हुए।