फूलन देवी के संघर्ष-शौर्य को 22 दिनों में नही बताया जा सकता : श्यामलाल
1 min read22वें दिन बभनगंवा में शिवराम निषाद के नेतृत्व में मनाई गई वीरांगना फूलन की जयंती
सुलतानपुर
आज दिनाँक 31-08-2020 को विकास खण्ड भदैयाँ क्षेत्रान्तर्गत बभनगंवा गांव में मोस्ट कल्याण संस्थान के तत्वाधान में शिवराम निषाद के नेतृत्व में “सामाजिक न्याय की प्रतीक” वीरांगना फूलन देवी की जयंती के साथ-साथ मोस्ट बहुजन जोड़ो कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन मोस्ट सचिव रविकांत निषाद, सह संचालन अखिलेश यादव एवं संयोजन निःशुल्क मोस्ट कोचिंग सेंटर बभनगंवा के संस्थापक अमृतलाल निषाद ने किया।
जयंती के अवसर पर इन्द्रजीत निषाद, सुरेश निषाद, जोखई निषाद, विनोद निषाद, संदीप निषाद, आशीष निषाद, दिनेश निषाद, मुकेश निषाद के सहयोग से बाबा साहब और वीरांगना फूलन देवी का चित्र मोस्ट समाज के लोगों को भेंट स्वरूप प्रदान किया गया तथा उपस्थित लोगों के लिए वीरांगना भोजन दान आयोजित किया गया।
मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद “गुरुजी” ने कहा कि मोस्ट कल्याण संस्थान ने वीरांगना फूलन देवी के जीवन संघर्ष को अवगत कराने के लिए 22 दिनों तक जयंती मनाने का निर्णय लिया था जो भी साथी गाँव-गाँव जयंती कार्यक्रम का आयोजन, सहयोग समर्थन किये सभी बन्धुओं को आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वीरांगना फूलन देवी के महान व्यक्तित्व और संघर्ष-शौर्य को 22 दिनों में नही बांधा जा सकता। इसलिए गाँव-गली-मोहल्लों ही नहीं घर-घर वीरांगना फूलन देवी की चर्चा अनवरत होनी चाहिए।
- जिला संयोजक जीशान अहमद ने कहा कि आज 22वें दिन वीरांगना फूलन देवी जयंती कार्यक्रम को कुछ समय के लिए स्थगित किया जा सकता है किन्तु समापन नहीं किया जा रहा है क्योंकि जब तक मोस्ट समाज जागरूक और संगठित नही हो जाता तब तक मोस्ट समाज को जागरूक और संगठित करने का कार्य अनवरत चलता रहेगा।
जिला सेक्रेटरी राम उजागिर यादव (से.नि. नेवी ऑफिसर), शिक्षक राम लगन गौतम, महादेव निषाद, राकेश निषाद (कुछमुछ) ने कहा कि आगामी 31 अगस्त को वीरांगना फूलन देवी की जयंती पर बभनगवां गांव में भव्य मेले का आयोजन किया जाएगा। जयंती कार्यक्रम में 22वें दिन अरुण कुमार निषाद, दुर्गेश कुमार त्यागी, अरुण कुमार त्यागी, राम लगन, देवनन्द निषाद, अरविंद कुमार, रोशन निषाद (बरुई), विनोद कुमार, रामनाथ, झगरू, राम उजागिर निषाद, शिवनायक, मथुरा प्रसाद निषाद, रामलोचन, रामलौट निषाद, बलराम पाल, सुनील, उमेश, प्रियांश, सुजीत कुमार, शिवकेश निषाद, हरिकेश निषाद, रामलौट निषाद, दिनेश कुमार निषाद, विवेक निषाद, श्यामू निषाद, अभिषेक निषाद, गोलू निषाद सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।