गरीब परिवार को प्रधानमंत्री आवास का इंतजार
गरियाबंद कलेक्टर से लगाई फरियाद
मैनपुर । एकदम जर्जर हो चली झोपडी जिसके कवेलू और खपरेल टुट टुट कर गिर रहा है ऐसे मकान मे अपने जान जोखिम मे ंडालकर रहने मजबूर हो रहे रामसिंह धु्रव के परिवार ने कई बार ग्राम पंचायत के सरंपच सचिव से लेकर जनपद पंचायत तक आवेदन देकर थक चुका है लेकिन अब तक उन्हे एक आवास नसीब नहीं हो पाया है । बेहद गरीब यह परिवार मौत के साए में जीवन बसर करने मजबूर हो रहे हैं, लेकिन इस ओर ध्यान देने वाला कोई भी नहीं है । झोपडीनुमा घर के छत पुरी तरह से जर्जर होकर टुट फुुट चुका है और कवेलू तथा खपरेल रोज गिर रहा है लेकिन गरीब परिवार के पास अपने भरण पोषण के लिए इंतजाम नहीं है ऐसे में वे अपने झोपडी का मरम्मत कैसा करे यह समझ से परे है । परेशान परिवार ने गरियाबंद जिला के कलेक्टर श्याम धावडे को पत्र लिखकर मांग किया है , उन्हे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्की मकान उपलब्ध कराया जाए। राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा हर गरीब परिवार को प्रधानमंत्री आवा स योजना का लाभ दिया जा रहा है लेकिन इसका लाभ जिन हितग्राहियो को मिलना चाहिए उन्हे नही मिल पा रहा है । इसका उदाहरण तहसील मुख्यालय मैनपुर से तीन किलोमीटर दुर नेशनल हाईवे मे बसा ग्राम गौरघाट मे देखने को मिलता है । ग्राम पंचायत गोपालपुर के आश्रित ग्राम गौरघाट में वर्षो से निवास कर रहे आदिवासी परिवार रामसिंह धु्रव पिता सुकराम धु्रव अपनी पत्नी आशाबाई के साथ एक झोपडीनुमा मकान मे ं निवास करते हैं। इस परिवार के पास खेती किसानी भी नहीं है और मजदुरी कर जीवन यापन करने मजबूर हो रहे हैं। उम्र दराज हो चुके इस परिवार की आर्थिक स्थिति इतना ज्यादा खराब है कि वे अपने झोपडीनुमा मकान की मरम्मत भी नहीं करा सकता है, क्योंकि मजदुरी कर जीवन यापन करने मजबूर हो रहे हैं। बारिश के इन दिनो में उसके झोपडी के पुुरे छत क्षतिग्रस्त होने व टुट फुट जाने से घर के भीतर पानी तलाब की तरह भर जाता है और गरीब परिवार झोपडी के भीतर कीचड व पानी के बीच रहने सोने जीवन यापन करने मजबूर हो रहे हैं। रामसिंह धु्रव ने आज पत्रकारो को अपने झोपडी को दिखाते हूए बताया कि उन्होने कई बार ग्राम पंचायत केे सरपंच सचिव से प्रधानमंत्री आवास की मांग कर चुके है लेकिन अब तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है । घर के पुरे कवेलू और खपरेल खराब हो चुके है सड चुके है। टुट टुट कर गिर रहे हैं कभी भी कोई गंभीर दुर्घटना इस परिवार के साथ घट सकती है। आसपास के उनके पडोसियों ने बताया यह परिवार बहुत गरीब है । कई बार आवेदन दे चुके है लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है । बहुत ज्यादा बारिश होने पर पडोसी उन्हे अपने घरो में कुछ घंटो के लिए आश्रा देते है लेकिन यह परिवार बेहद गंभीर स्थिति से गुजर रहा है इस ओर शासन प्रशासन को तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। गरीब रामसिंग और उसकी पत्नी आशाबाई एक प्रधानमंत्री आवास के लिए दर दर भटक रही है और उन्होने ने बताया रात में घर के भीतर नीद नही आता कब छत टुटकर गिर जाये कहा नही जा सकता ।
- क्या कहते है सचिव
1. ग्राम पंचायत गोपालपुर के सचिव दशरू जगत ने बताया कि रामसिंह धु्रव के परिवार को आज से 10 वर्ष पहले इदिरा आवास का लाभ मिला था,सचिव ने बताया कि रामंिसंग का मकान बेहद जर्जर हो गया है उन्होने इसके लिए जनपद पंचायत मे प्रस्ताव बनाकर भेजा है।
दशरू जगत सचिव ग्राम पंचातय गोपालपुर
2 ग्राम गौरघाट के वरिष्ठ सेवा निवृत्त शिक्षक सोनसाय धु्रव ने बताया कि रामसिंह धु्रव बेहद गरीब है और उसके झोपडी बेहद जर्जर हो गया है कभी भी दुर्घटना के शिकार हो सकते है कई बार उन्होने पंचायत से फरियाद लगाई है लेकिन इस गरीब परिवार के तरफ कोई ध्यान नही दिया जा रहा है । शासन की योजनाओं का लाभ जिन परिवारो को मिलना चाहिए नही मिल पा रहा है इस ओर गरियाबंद जिला के कलेक्टर श्याम धावडे से निवदेन है कि गरीब परिवार की फरियाद को सुने और इन्हे सर ढाकने के लिए प्रधानमंत्री आवास दिया जाए ।
सोनसाय धु्रव वरिष्ठ नागरिक गौरघाट