कोरोना महामारी के बीच अफसर को चक्रव्यूव में फांसने की तैयारी
1 min readजल्द हो सकता है मामले का पटाक्षेप, गेमबाजी को लेकर सुर्खियों में है हेल्थ विभाग
Shikha Das, Mahasamund
महासमुंद। एक तरफ पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है वहीं दूसरी ओर महासमुंद जिले में भी कोरोना पाजीटिव के मरीज सामने आ रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से यहां पदस्थ एक अफसर को चक्रव्यूव में फांसने की तैयारी चल रही है। बकायदा एक खेमा जहां माहौल तैयार करने में लगा है। वहीं अफसर भी अब अपना पक्ष रखा है।
मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से स्वास्थ्य विभाग में निपटाने का खेल चल रहा है। जिसमें यहां पदस्थ जिला कार्यक्रम अधिकारी संदीप ताम्रकर को चक्रव्यूव में फांसने की तैयारी चल रही है। सालों से कार्यरत संविदा कर्मचारियों ने जहां डीपीएम श्री ताम्रकर पर सीआर खराब करने का आरोप लगाकर उन्हें हटाने की मांग की है। इसकी शिकायत हाईलेवल पर भी की गई है। कार्रवाई नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया है। इधर आरोपों से घिरे डीपीएम श्री ताम्रकर ने अपना पक्ष कलेक्टर के पास रखते हुए गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि गोपनीय चरित्रावली प्रतिवेदन आखिर लीक कैसे हुआ। उन्होंने कलेक्टर को लिखे पत्र में कहा है कि गोपनीय प्रतिवेदन का अंतिम स्वीकारकर्ता अधिकारी कलेक्टर होते हैं। यह प्रतिवेदन आनलाइन भरा जाता है लेकिन अंतिम प्रतिवेदन प्राप्त होने के पूर्व ही गोपनीय प्रतिवेदन लीक हो जाना गंभीर अनियमितता एवं अपराध की श्रेणी में आता है। लिहाजा इस मामले की जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाना चाहिए।
तत्कालीन डीएम से भी हुई शिकायत
इसके पूर्व भी तात्कालीन कलेक्टर से डीएमएम के खिलाफ शिकायत की गई थी। यहाँ तक की महिला कर्मचारी की आड़ लेकर कथित लैंगिक उत्पीड़न शिकायत कर फंसाने का प्रयास किया था, जिसे तात्कालीन कलेक्टर ने संज्ञान लेकर रोका था। हेल्थ विभाग विश्वस्त सूत्रों से यह भी पता चला है कि द्वारा जिला अस्पताल के लोगो को भी दवाब डालकर हस्ताक्षर अभियान चलाने का प्रयास किया था जिले संज्ञान में लेते हुए सिविल सर्जन डाॅ परदल ने कर्मचारियों को इस तरह की राजनीति से दूर रहने की सख्त हिदायत दी थी।