केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के प्रथन नगरागमन पर गर्मजोशी से स्वागत
भारी बारिश के बीच सेल के विमान से राउरकेला हवाई पट्टी पर पहुंचने पर उमड़ी भारी भीड़
भाजयुमो ने स्वागत में निकाली रैली, आरएसपी प्रबंधन,समाजिक संगठनों व सांसद ने किया स्वागत
राउरकेला। केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान तीन दिवसीय राउरकेला दौरे पर शनिवार की शाम राउरकेला पहुंचे। सेल के विशेष विमान से राउरकेला हवाई पट्टी पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के पहुंचने पर भाजपा के साथ साथ आरएसपी प्रबंधन व विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनका भव्य स्वागत किया। भारी बारिश के बीच पहुंचे मंत्री श्री प्रधान के स्वागत में भारी भीड़ उमड़ी और गमर्जोशी से उनका स्वागत किया गया, उनकी स्वागत में भाजपा युवा मोर्चा की ओर से विशाल रैली निकाली गई और रैली के साथ श्री प्रधान राउरकेला हाउस पहुंचे।
हवाई पट्टी पर सीआईएसएफ के जवानों ने केंद्रीय मंत्री श्री प्रधान को गार्ड आफ आनर दिया। केंद्रीय इस्पात मंत्री धमेंद्र प्रधान शनिवार को राउरकेला दौरे पर पहुंचे। मंत्री श्री प्रधान निर्धारित समय सवा पांच बजे स करीब घंटे भर पहले राउरकेला हवाई पट्टी पर सेल के विमान से बारिश के बीच पहुंचे। वहां से भाजयुमो की रैली के साथ राउरकेला हाउस गये। शनिवार को देर रात तक चैंबर, ओसीमा,महाराजा अग्रसेन सेवा संघ समेत विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से मिले और रात्रि विश्राम किया।रविवार को आरएसपी की विभिन्न इकाईयों दौरा कर पदाधिकारियों के साथ संयंत्र के विकास पर चर्चा करेने के बाद महाराज अग्रसेन जयंती समारोह में हिस्सा लेंगे। सोमवार को काल्टा माइंस का निरीक्षण के बाद बड़गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा ले कर वापस दिल्ली लौटेंगे। केंद्रीय इस्पात मंत्री के रूप में इनका यह पहला दौरा है। रविवार के अपराह्न पांच बजे प्रेस को भी संबोधित करेंगे। इसके बाद शहर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने की सूचना मिली है। शनिवार को हवाई पट्टी पर इस्पात मेंत्री के रूप में पहुंचने पर श्री प्रधान का स्थानीय सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय नेता जुएल उराम, भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष सुदर्शन गोयल, प्रदेश सचिव धीरेन सेनापति, जिला अध्यक्ष जगबंधु बेहरा, विधायक शंकर उराम, भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष टंकधर त्रिपाठी, आरएसपी के सीईओ दीपक चटराज, आरएसपी अधिकारी संघ के अध्यक्ष विमल बिसी समेत दर्जन भर से अधिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे।