प्रस्तुति बैठक से सार्वजनिक पूजा के पदाधिकारी नदारत
सभी को सौहादर्पूर्ण वातावरण में हर्षोल्लास के साथ गणेश पूजा करनी चाहिए
राजगांगपुर। इस शहर के गणेश पूजा का बात ही निराली है। यहां विघ्नहर्ता घर घर पूजा पाते हैं। इसलिए गणेश पूजा के मामले में इसे मिनि मुंबई कहा जाता है। दस दिनों तक चलने वाले इस उत्सव मे शहर के सभी लोग शामिल होते हैं। पूरा शहर पंडाल एवं बिजली की आलोक सज्जा से छा जाता है। इस उत्सव को शातिं एवं सौहादर्पूर्ण वातावरण मे संपन्न करने के लिए प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं। इन सभी मुद्दो के मद्देनजर प्रशासन ने रविवार संध्या साढे सात बजे एक प्रस्तुति बैठक बुलाई, जिसमें शहर के सभी गणेश पूजा कमिटि को आमंत्रित किया गया, परंतु भीषण बारिश के चलते बहुत से कमीटियों के सदस्य इस बैठक में नहीं पहुंच सके। स्थानीय क्म्यूनीटी सेंटर हाल में आयोजित इस कार्यक्रम मे एडिशनल एस पी रविनारायण बारिक राजगॉगपुर एसडीपीओ विजय कुमार नंद राजगॉगपुर थाना प्रभारी गोकुलानंद साहू मंचासीन थे। इस अवसर पर एडिशनल एसपी रवि नारायण बारिक ने उपस्थित सभी कमिटी के सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि गणेश पूजा इस शहर की पहचान है। इसलिए सभी को सौहादर्पूर्ण वातावरण में हर्षोल्लास के साथ गणेश पूजा करनी चाहिए, जिसके लिए प्रशासन ने कई नियम लागू किए हैं।
जैसे सभी पूजा कमीटियों को पंजीकरण कर लाईसेंस लेने पड़ेगे। साउंड सिस्टम के लिए सुंदरगढ़ सब कलेक्टर से अलग से अनुमति लेनी पड़ेगी। वहीं मूर्ती विसर्जन एवं जुलुस के लिए स्थानीय पुलीस थाने से लाईसेंस लेनी पड़ेगी। विसर्जन के दौरान डीजे को पूरी तरह बैन कर दिया गया है। वही पूजा के समय फिल्मी गाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।विसर्जन के रूट मे परिवर्तन को लेकर बात उठी पर किसी ने इस मुद्दे पर विशेष ध्यान नही दिया न का कोई सुझाव दिया, स कारण इस मुद्दे पर कोई सहमति नहीं बन पाई। सरी ओर पूजा को लेकर प्रशासन ने व्यापक पुलीस बंदोबस्त किए हैं जिसके अंतर्गत सभी पंडालों में पुलिस के लोग तैनात रहेंगे। संध्या के समय भारी भीड़ को देखते हुए ट्रॉफिक व्यवस्था दुरुस्त करने पर बल दिया गया। बैठक के अंत में थाना प्रभारी गोकुलानंद साहू ने धन्यवाद ग्यापन करते हुए सभी के सहयोग की कामना की। वहीं बाकी के मुद्दों पर एस पी एवं कलेक्टर की उपस्थिति मे शांति बैठक में चर्चा होने की बात कही। इस अवसर पर सभी कमेटि के सदस्यों सहित प्रेस मीडिया के लोग उपस्थित थे।