रेलवे की बड़ी चूक- कोयला लदी चार बोगी पटरी से उतरे, बड़ी दुर्घटना होते होते बची
कोयला लदी चार बोगी पटरी से उतरे
बड़ी दुर्घटना होते होते बची
रेलवे की बड़ी चूक सामने आई
ब्रजराजनगर/ रविवार को एक बड़ी दुर्घटना ब्रजराजनगर स्टेसन के समीप में होते होते बचा प्राप्त जानकारी के अनुसार ब्रजराजनगर विधानसभा के बीओसीएम कोयला खदान से निकली एक कोयला लदी ट्रेन लजकुरा साइडिंग के पास चार डब्बा लाइन से उतरकर पलट गई ट्रेन बिना इंजन के थी ४ जून को इस माल गाडी को बीओसीएम कोयला खदान से लजकुरा साइडिंग में लाकर खड़ा किया गया था और फिर उसका इंजन डब्बो को छोड़ कर चला गया था लेकिन रविवार सुबह इस डिब्बे खुद से कैसे ओर कब लुढ़क कर कुछ दूर आगे निकला और पलट गयी इस विसय में प्रत्यक्ष दार्शिओ ने बताया कि सुबह 4 बजे कोयले से लदी 40 बोगियों वाली एक मालगाड़ी बिना इंजन के लगभग 1 किलोमीटर आगे आई और ईबपिट के पास मेन लाइन से नजदीक ही खुद से पलट गई जिसके कारण, चार बोगियां पटरी से उतर गईं है मालगाड़ि के पटरी से उतरने के कारण अगले दो दिनों तक कोयला परिवहन बंद रहने की संभावना है।
दुर्घटना में एमसीएल का लाखों रुपये का नुकशान होने की भी संभावना है।इस विसय में नवभारत ने जब इब वेलि एरिया के महाप्रबंधक श्री मधुसूदन शर्मा से पूछा तो उन्होंने इस कोयला लदी ट्रेन को इब वेलि के यहां से लोड होने का मना कर दिया शर्मा ने कहा कि यह गाड़ी बीओसीएम की है जब नवभारत ने इसी संदर्भ में लखनपुर के महाप्रबंधक श्री सिंह को पूछा तो उन्होंने भी खुद की गाड़ी होने से इनकार कर दिया और कहा कि यह गाड़ी इब वेलि का है।इसी विसय में जब नवभारत ने ब्रजराजनगर रेलवे के एआरएम को पूछा तो उन्होंने कहा कि इसकी जांच चल रही है कि क्यो ओर कैसे यह दुर्घटना हुवा जांच पूरी होने के बाद ही कुछ बोल पाऊंगा जबकि बिलासपुर रेल पीआरओ कार्यालय से भी जांच के बाद ही कुछ कहने को कहा गया। वही रेलवे के एक अधिकारी ने अपना नाम ना छापने की सर्त पर नवभारत को बताया कि कोई भी मालवाहक ट्रेन को जब भी बिना इंजन का खड़ा किया जाता है उसमें रुकावट के लिए लकड़ी का गुटका ओर चक्के में चेन से बांधा जाता है।मगर इसमें चेन क्यो नही बांधा गया यह जांच का विसय है साथ ही उसी अधिकारी ने बताया कि पिछले दो वर्षों से कोई भी कोयला वाली मालगाड़ी में गार्ड नही रहता है जबकि हर मालगाड़ी में गार्ड का होना अनिवार्य है। इसकी भी जांच जरूरी है।इसी संदर्भ में एमसीएल के पीआरओ डीकेन मेहरा से पूछने पर उन्होंने कहा कि यह ट्रेन बीओसीएम से कोयला लोड करके आया था चूंकि कोयला का वजन ज्यादा होने की वजह से उसमे से कुछ कोयला निकालने के लिए लजकुरा साइडिंग में रोका गया था मगर उसमे से इंजन को क्यो हटाया गया यह समझ के परे है मेहरा ने आगे कहा कि जब इंजन खोला भी गया तो उसे खोलने से पहले उसे पूरी तरह जांच परख कर ही सम्बंधित रेलवे अधिकारी की देखरेख में खोला जाना चाहिए मगर उसे ऐसे ही क्यो छोड़ दिया गया उसका जांच होने के बाद ही कोई सटीक निस्कर्स निकलेगा।
बतादे की जब यह कोयला लदी गाड़ी पलटी उस समय ठीक अहमदाबाद एक्सप्रेस के आने का समय था और यह ट्रेन लुढ़कते हुए मेन लाइन के पास ही आकर पलटी हुई गनीमत है मेन लाइन पर नही गिरी वरना बहुत बड़ा हादसा होने की संभावना थी दूसरा जानमाल के नुकसान के साथ साथ काफी बड़ा आर्थिक नुकसान भी रेलवे को उठाना पड़ सकता था।जिसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग ब्रजराजनगर के लोगो द्वारा रेल मंत्रालय से की जा रही है।