रवि किशन बनाना चाहते हैं भोजपुरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र पर एक बायोपिक
1 min readपटना। अभिनेता से नेता बने रवि किशन ने सोमवार को कहा कि वह भोजपुरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बायोपिक बनाना चाहते हैं। उत्तरप्रदेश के गोरखपुर लोकसभा सीट से भाजपा सांसद किशन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खुले में शौच के उन्मूलन के आ’’ान के बाद और उनके व्यक्तित्व के कारण उन्होंने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया। उन्होंने कहा, मैं एक ऐसे गाँव से आता हूँ जहाँ घरों में शौचालय नहीं थे। मैंने अपनी मां और अन्य महिलाओं को इसके कारण स्वास्थ्य समस्याएं और तिरस्कार झेलते को देखा है। जब मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान का आ’’ान दिया और खुले में शौच को समाप्त किया, तो मैंने महसूस किया कि यहां एक ऐसे व्यक्ति हैं जो एक ऐसे मुद्दे के बारे में बोल रहे हैं जो मेरे दिल के करीब है ।
यहां प्रदेश भाजपा मुख्यालय में किशन ने कहा ‘‘मैं बिहार के लोगों का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे फिल्मी दुनिया में पहचान दिलवाई और भोजपुरी के साथ साथ आज मैंने तेलुगु और तमिल सहित कई भाषाओं की फिल्मों में अभिनय किया है। मुझे यहां के लोगों के साथ एक विशेष जुड़ाव महसूस होता है। उन्होंने मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत माता की जय जैसे नारों के जरिए उन्होंने देश के लोगों में राष्ट्र के प्रति गौरव पैदा किया। दुर्भाग्य से, हम आजादी के बाद के युग में इस विरासत से वंचित थे। अब धारा 370 पर कार्रवाई के जरिए नेहरू के दोषों को सुधारा जा रहा है। उन्होंने कहा, आज, हम चीन को अपने घुटनों पर ले आए हैं जबकि पाकिस्तान को भीख मांगने के लिए छोड़ दिया गया है। मुझे यकीन है कि मोदी और अमित शाह के गतिशील नेतृत्व में, हम पड़ोसी देश द्वारा गलत तरीके से कब्जा कर लिया गया पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर जो हमारा है, को वापस पाने में सक्षम होंगे । यह स्पष्ट करते हुए कि अपने अभिनय करियर को नहीं छोड़ रहे हैं, किशन ने कहा, अब नाचने गाने पर संन्यास ले लूंगा लेकिन Ÿिफल्म से नहीं, आगे 2-3 फिल्म महापुरुषों की जीवनी पर करूंगा। मैं भोजपुरी में मोदी पर एक बायोपिक बनाना चाहता हूं। एक अभिनेता के रूप में, मुझे पता है कि हमारे नेता का चित्रण कैसे किया जा सकता है। किशन ने कहा, मैं बिहार और उत्तर प्रदेश के क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानियों पर भोजपुरी फिल्में बनाना चाहता हूं। मुझे खुशी है कि उत्तरप्रदेश में लंबे समय से भोजपुरी सिनेमा प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार भी इसी तरह के लाभ देने के लिए सहमत हुई है। उन्होंने कहा कि लगभग पचास से साठ हजार परिवार अपनी आजीविका के लिए भोजपुरी सिनेमा पर निर्भर हैं । किशन ने बिहार सरकार से महाराष्ट्र से आग्रह किया कि महाराष्ट्र की तरह, जहां सिनेमा हॉल में मराठी फिल्मों के एक शो की स्क्रींिनग अनिवार्य कर दी गई है, को यहां भी लागू किया जाए । इससे भोजपुरी फिल्म उद्योग को बहुत बढ़ावा मिलेगा।