शंकर शाह – रघुनाथ शाह मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की दी है आहुति – लोकेश्वरी नेताम
शहादत दिवस पर मैनपुर में याद किया गया
मैनपुर । तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर में कोया भुमकाल सेना द्वारा गोंड़वाना काल के वीर योद्धा अमर शहीद शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के शहादत दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ महाराजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह की छात्राचित्र का समाज प्रमुखो जनप्रतिनिधियो, बुद्धिजिवियों एवं गणमान्य नागरिको ने पूजा अर्चना कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धाजंली दी गई। इस मौके पर जिला पंचायत गरियाबंद के सभापति श्रीमति लोकेश्वरी नेताम ने स्वतंत्रता ंसग्राम के दोनों बलिदानियों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, इन बलिदानियों ने अपने शौर्य एवं प्राणों की आहुति दी इनके बलिदान के कारण हम स्वाभीमान खड़े है । आदिवासी समाज लगातार संगठित होकर विकास के पथ पर बड़ रहा है।
उन्होने आगे कहा राजा शंकर शाह, रघुनाथ शाह जैसा कोई बलिदानी नही है उन्होने मातृभूमि के रक्षा के लिये अपने प्राणो की आहूति दी है। आदिवासी युवा नेता रामकृष्ण ध्रुव ने कहा, युवा पीढ़ी को इन बलिदानियों के इतिहास एवं उनके राष्ट्र प्रेम से जुड़ी जानकारियंा अध्ययन काल से होनी चाहिए। इसके लिए उन्हे पाठ्यक्रम में शामिल करने का प्रयास होना चाहिए। इस मौके पर प्रमुख रूप से जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम, सरपंच मैनपुर कस्तुरा बाई नायक, महेन्द्र नेताम, बलदेव राज ठाकुर, रामकृष्ण ध्रुव, नोकेलाल ध्रुव, बालक राम ठाकुर, टीकम नागवंशी, शिशुपाल नायक, मोहन ध्रुव, गौकरण नागेश, धनसिंग मरकाम, युवराज नेताम, बलियार ध्रुव, नेहाल ध्रुव, राकेश ठाकुर, धनेश्वर ध्रुव, नयन ओंटी, टूमेश नागवंशी, भुनेश्वर नागेश, श्यामलाल धु्रव, लाभाराम धु्रव, तिहारूराम, तातूराम, देवसिंह धु्रव, धनबाई धु्रव, देवकुंवर बाई, हीरा बाई धु्रव, गौरीबाई धु्रव, एतवारी नेताम, गौकरण नागेश, रामसिंह नागेश, बिरबल नेगी, भुनेश्वर नागेश, रामेश्वर नेताम, श्रीमति मालती ओंटी, धनबाई नेताम, नोकेलाल धु्रव, मगनसिंह, कुशल धु्रव, नारद धु्रव, तुलाराम, चमरूराम, लोकेश, रतन सिंह, सोपसिंह, थानूराम, मानकी बाई, पुरूषोत्तम, फुलबासन, अनुसुईया धु्रव, जयंती कुंजाम, नयान नेताम, वंदना, खुशबू, नूतन, झुलेश्वरी, दुर्गेश, सोहद्रा, टीकम, कामकिसन, अजय नेताम, बालाराम धु्रव, देव नेगी, दामोदन नेगी, ममता, ऐश्वर्या, पायल, जयंती, जगतराम, उदेराम, देवकुंवर, टीकेश्वरी सहित बड़ी संख्या में आदिवासी समाज व क्षेत्र गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।