पति के निधन के दो घंटे बाद पत्नी ने भी दम तोडा,बुजुर्ग दम्पत्ति ने साथ जीने मरने की कसम निभायी
1 min readएक साथ निकली शव यात्रा ,एक ही चिता पर दी गयी मुखाग्नि
मनीष शर्मा,8085657778
मुंगेली/लगभग 7 दशक तक साथ जीवन जीने के बाद केशरवानी दम्पत्ति ने एक साथ जीने के साथ साथ एक साथ मरने की भी कसम निभा कर दिखाई 90 वर्षीय बुजुर्ग भूखनलाल केशरवानी की रात 11 बजे निधन के दो घंटे बाद पत्नी राधिका केशरवानी ने भी पति वियोग में दम तोड दिया। एक साथ निधन से दोनो ने एक दूसरे के प्रति अटूट प्रेम दिखाया जिसकी नगर में चर्चा होती रही।
फिल्मो के दर्जनो डायलाग साथ जीने मरने के देखे सुने जाते हैं पर साथ जीना आम बात है पर साथ मरने की कसम लाखों मे एक ही निभा पाते हैं मुंगेली के पुराना बस स्टैण्ड निवासी केशरवानी दम्पत्ति ने यह निभाकर दिखाया जहां पति के निधन के दो घंटे बाद वियोग पीडा में पत्नी ने भी दम तोड दिया। पुराना बस स्टैण्ड निवासी 80 वर्षीय भूखनलाल केशरवानी कुछ समय से बीमार चल रहे थे मंगलवार रात 11 बजे के आसपास उनका निधन हो गया पति के निधन की खबर सुनने के बाद पत्नी श्रीमती राधा दो घंटे भी नही जी सकी और दम तोड दिया। बुधवार को दोनो की अंतिम यात्रा एक साथ निकाली गयी और मुक्तिधाम में एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। लगभग छह- सात दशक से साथ जीने के बाद बुजुर्ग दम्पत्ति ने साथ मरकर साथ जीने मरने की कसम निभाकर आज की पीढी को एक संदेश दिया कि फिल्मी डायलाग बहुत लोग बोलते है परंतु इस बुजुर्ग दम्पत्ति ने यह कर दिखाया कि मै तुम्हारे बिना नही जी सकती । आज के वेलेन्टाईन वाले युग में इस बुजुर्ग दम्पत्ति का साथ निधन एक संयोग मात्र नही इस दम्पत्ति के एक ही दिन निधन से उनके अटूट लगाव प्रेम का अंदाजा लगाया जा सकता है बुजुग दम्पत्ति ने साथ मरकर यह दिखाया कि लगभग 70 साल साथ जीने के बाद एक ही दिन मरकर दिखाया कि प्यार लगाव की परिभाषा क्या है। ।परिवार के दोनो बुजुर्ग के एक साथ जाने से परिवार पर दुख का पहाड टूट पडा है। स्व.साव, अशोक, किशोर, सुनील, अनिल , संजय, विजय केशरवानी के पिता थे। परिजनों ने बताया कि बहुत बुजुर्ग होने के बाद भी दोनो एक दूसरे की देखभाल करते थे।