बरसों से सक्रिय ठग उत्तम अपने गैँग सहित जेल दाखिल
1 min read2वर्ष पूर्व ही गया था जेल
SDM OFFICE /तहसील /RI OFFICE में बेधड़क आना जाना था
शिखा दास / महासमुँद/ पिथौरा । एक वरिष्ठ वकील ने तत्कालीन SDM-व तहसीलदार को आगाह भी किया था पर अनसुनी की गयी उसकी विशेष क्या उनका विशेष कृपापात्र था ? जाँच का विषय बेखौफ जारी था फिर भी ठगी का क्रम मायाजाल में ठगी के तार PRINTERS भी /तहसील का भृत्य शिक्षाकरमी भी छग से उड़ीसा तक तार पाप का घड़ा एक ना एक दिन फूटता ही है ।
पिथौरा पुलिस ने ग्राम मेमराडीही की अंगीता यादव की शिकायत पर फर्जीवाड़ा का बड़ा खुलाशा करते हुए पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनके पास से भारी मात्रा में फर्जी ऋण पुस्तिका सहित विभिन्न बैंकों के सील, तहसीलदार, पटवारी का सील आदि जप्त किया गया है । पुलिस ने बताया कि ये आरोपी फर्जी ऋण पुस्तिका बनाकर विभिन्न बैंकों से के.सी.सी लोन दिलाने का फर्जी कारोबार विगत सात वर्षों से चला रहे थे, जिनमे उत्तम मजुमदार, ग्रीसम बीसी, संजय राव काटे, मलय कुमार यादव, सुभाष चक्रधारी, दीनबंधु पटेल और घासीराम प्रजापति का नाम शामिल है, जिनके विरुद्ध 420, 467, 468, 471, 120-B के तहत अपराध पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया है। प्रार्थी महिला ने बताया था कि उत्तम मजुमदार अपने आप को राजस्व विभाग का कर्मचारी बता कर ज़मीन का पट्टा बनाने के लिए अप्रैल 2018 मे 20000 रुपया लिया था, पट्टा बनाकर नहीं देने पर रूपये वापस मांगने पर रुपया वापस करने से इंकार करता था । शिकायत के आधार पर महिला से पट्टा बनाने के नाम पर बीस हजार रूपये लेने व पट्टा के लिए घूमने की शिकायत पर ज़ब जांच की गयी तब जाँच में ऐसे मामले सामने आये की पुलिस के होश उड़ गए ।
ग्राम मेमराडीही प्रार्थिया अंकिता यादव की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार करने पहुंची टी आई कमला पुषाम व उनकी टीम घर मे दबिश दे कर जाँच की गयी तो घर से तहसीलदार, पटवारी राजस्व अधिकारियो समेत नगर के प्रमुख बैंको की सील मोहर चेक बुक व अन्य कागजात बरामद किया गया । कड़ाई से पूछताछ करने के बाद आरोपी द्वारा अन्य व्यक्तियों के भी शामिल होने की बात कबूली गई जिसमे एक शिक्षाकर्मी दीनबंधु पटेल-अरन्ड /तहसील आफिस का भृत्य घासीराम प्रजापति / ग्रीसम बीसी निवासी -रामपुर /संजय राव काटे, मलय कुमार यादव- साकिन झलप /सुभाष चक्रधारी बेलडिहि -शामिल है । सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है । कुछ फरार हैं जो अतिशीघ्र पकड़े जायेँगे । पुलिस के द्वारा बताया गया है की सरगना का मास्टरमाइंड उत्तम मजूमदार है यह गैंग 2012 से सक्रिय है जो आस पास के गांवो मे जाकर लोन व पट्टा बनवाने के नाम पर ठगी करते है । राजस्व विभाग मे पदस्थ आरोपी कर्मचारी भृत्य द्वारा सरगना के मुखिया उत्तम मजूमदार को पट्टा बनवाने आये गाँव के भोले भाले ग्रामीणों का पता लगा कर सुचना देता था जिसके बाद उत्तम व उसकी टीम ज़मीन का पट्टा तैयार कर अधिकारियों का सील मोहर लगा कर बैंको से लोन दिलवाने के नाम पर किसानो महिलाओं अशिक्षित विशेषकर ग्रामीण वगॆ व परेशान हाल लोगो से भारी भरकम राशि ऐँठने का कार्य करते थे. ये आरोपी फर्जी ऋण पुस्तिका बनाकर विभिन्न बैंकों से के.सी.सी लोन दिलाने का फर्जी कारोबार विगत सात आठ वर्षों से चला रहे थे. जिनमे उत्तम मजुमदार, ग्रीसम बीसी, संजय राव काटे, मलय कुमार यादव, सुभाष चक्रधारी, दीनबंधु पटेल और घासीराम प्रजापति का नाम शामिल है. जिनके विरुद्ध 420, 467, 468, 471, 120-B के तहत अपराध पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया है. ।
- NOC बनता था झलप में
SDOP -श्री पात्रे ने बताया कि झलप का सँजय राव NOC (नकली ) बना के देता उसका PRINTER भी जब्त किया गया हैं । कुल 7 लोग गिरफ्त में आये बाकी फरार शीघ्र गिरफ्तार होंगे जब्त सामग्रियों के आधार पर सभी BANKOव विभागों से पूछताछ की जायेगी । उत्तम कुमार उसके अलावा गांव के लोगों से के.सी.सी. निकलवा दूंगा बोलकर भी रूपये लेकर धोखाधड़ी किया करता था. जिसपर पुलिस ने महिला के आवेदन पर अपराध धारा 420 ता.हि. का अपराध घटित करना पाये जाने से आरोपी उत्तम कुमार मजुमदार के विरूद्ध अपराध सदर कायम किया था। उत्तम को इसके पूर्व भी जेल हो चुका हैं । सूत्रों के अनुसार अनेक वर्षो से यह सिलसिला जारी था।
क्रमश, विशेष कुछ वषॆ पूर्व में यह UTTAM RI कार्यालय व तहसील में अस्थाई तौर पर काम किया था । उसका फायदा उठाते हुए इसने उस समय से अब तक ग्रामीण व अनपढ़ लोगो पर निगरानी रख तहसील BANK RI OFFICE में चक्कर काटने वालो पर पूर्ण निगरानी रख स्वयं गाँव गाँव घूमता व काम करवाने का झाँसा देकर लाखों रुपए हड़प लेता । साँकरा सहित पिथौरा के अनेक गाँव के लोग इसके घर के सामने इसके इँतजार में घन्टो खड़े दिखते / इसकी पत्नी व बेटीयाँ भाग देती ।अति विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि ये देर रात घर लौटता । यह पूर्व में गिरफ्तार हो जेल जा चुका है पर सुधार नही आया, जिस तरीके से PASS BOOK /CHQBOOK/KKC / नोटरी शपथ पत्र पेन CARD आदि आदि बरामद हुआ । इँगित करते हैं कि जम कर इन विभागों के दलालों से गहरी साँठगाँठ हैं व इसके कुछ विशेष सँदिग्ध साथियों के नाम भी मिल रहे हैं । जेल से छूटने के बाद से मुँह को गमछे से व कभी हेलमेट लगाकर भी चलता हैं ताकि चेहरा कोई पहिचान ना पाये ।
जिले में ऐसे सँदिग्ध नटवरलाल गिरोह की याद ताजा करवा देते हैं ।इसके नेटवर्क में कुछ चोरी के आरोप में जेल यात्री बन चुके चेहरे भी हैं ।परते शीघ्र खुलेँगी ।
इन विभागों के कर्मियोंको चिकन दारु PARTY भी मिलती हैं UTTAM से सूत्र बताते है। RAIPUR तक तार –जब छापा पड़ा हमारी प्रतिनिधि शिखा उपस्थित थी उसी समय जिला सहकारी BANK RAIPUR का एक CHQBOOK भी मिला जिसमें कई CHQ कटे हुए थे । SBI / केनराBANK/छग ग्रामीण BANK आदि के पास बुक न ये ऋण पुस्तकें आदि दर्शाने के लिए काफी हैं कि इन विभागों में घुसपैठ करके ही विश्वास में लिया जाता था अतः यहाँ बैठे हुए शातिर नकाबपोश शीघ्र व गहन जाँच में अवश्य आयेँगे ।