मजूमदार ठग गिरोह- सांठगांठ के बगैर इतना बड़ा गिरोह चला लेना मामूली बात नहीं
1 min readशिखा दास महासमुँद /पिथौरा । हम पहले ही आँशका जाहिर कर चुके है कि बिना BANK व राजस्व कर्मियों बिचौलियो, दलालो की सांठगांठ के बगैर इतना बड़ा गिरोह चला लेना मामूली बात नहीं ।यही बात क्रमशः लगातार सामने आती ही जा रही हैं । विगत दिनों समीपस्थ ग्राम ठाकुर दिया खुदॆ के कोटवार ने अनेक पत्ते खोले मजूमदार ठग गिरोह 20वर्ष पुरानी पहिचान। तहसील पिथौरा के समीपस्थग्राम ठाकुरदियाखुदॆ में 20 वर्ष पूर्व उत्तम मजूमदार उफॆ DR. MAJUMDAR रहने आया था और मकान की व्यवस्था भी वर्तमान ग्राम कोटवार अगीत कुमार व उनके पिता तत्कालीन कोटवार ने किया था । तब यह सिफॆDR MAJUMDAR का बोडॆ लगाया था (नाम नही)अपने आपको एलोपैथी DR कहता व ईलाज भी करता था । मात्र 3वर्ष उस गाँव में रहा उत्तम मजूमदार ।परिचय होने के कारण कोटवार झाँसे में आ गया ।करीब डेढ़ लाख रू दिया 10 लाख लोन मिलने के लालच में पर पछतावा ही हाथ लगा । कोटवार व तत्कालीन छग राज्य ग्रामीण BANK MANAGER पिथौरा शाखा —MR M .L RAJAK के बयानो में पूर्ण विरोधाभास। MR M. L. RAJAK – मैं किसी उत्तम मजूमदार को नही जानता । मेरा तबादला नवम्बर 2018 को हो गया । हाँ 2016में साँकरा बल्दीडीही के किसान के पास जब हम वसूली में गये थे तो उस किसान ने बताया था कि कोई बँगाली डाक्टर 1 लाख रू छग ग्रामीण BANK में पटा दूँगा करके ले गया तब उस किसान को FIR करवाने की सलाह मैंने दिया । किसान ने FIRकरवाया या नही मुझे पता नहीं है । मुझे किसान का नाम याद नही। मेरा उत्तम नाम के शातिर से कभी पहिचान नही । तत्कालीन B.M MR M.L.RAJAK के बयान से एकबारगी ऐसा लग रहा कि या तो उत्तम नाम बदल कर BANKजाता रहा होगा पर यह गहन जाँच के दायरे का विषय भी जरूर हैं । पुलिसिया जाँच जारी भी है । वर्तमान छग राज्य ग्रामीण BANK B.M श्रीमान देवाँगन ने कहा कि वो SHOOTING MODE में बयान देने के लिए अधिकृत नहींहै ।ऊपर से परमिशन लेना पड़ेगा फिरVEDIO MODE में बयान दूँगा । मैंने नवम्बर 2018में प्रभार लिया ।उसके पहले तक क्या हुआ यह तो नही पता पर मेरे सामने की कुर्सी पर कोई व्यक्ति आकर करीब चार पाँच दिन लगातार बैठता था जब कि उसका कुछ काम भी नही था ।(मैं नयाJOINकिया था तब मुझे सँदिग्ध भी लगा)। पर एक पुराने STAFFने मुझे बताया कि यह आदमी उत्तम मजूमदार है शातिर ठग है व जेल जा चुका हैं तो मैंने उसे तुरन्त कहा कि यहाँ नही बैठोगे ना दिखोगे BANKमे। अब आपके NEWSसे सब पता चला ।हाँ थाना से भी एक पत्रक मिला हैं जिसमें इसने CG RAJYA GRAMIN BANK PITHORA BRANCHCODE सहित फर्जी सील भी बनवाया व ठगा लोगों को । मुझे पिछले RECORDS खँगालने पड़ेँगे श्रीमान देवाँगन के बयान से एक बात साफ हो गयी व निष्कषॆ यह कि तहसील में जैसे पीड़ीतो को फाँसता वैसे ही यहाँ बैठे वह WATCHकरता कि कौन किसान या व्यक्ति किस फरियाद से आ रहा ?और उनके गाँव पहुँच जाता । जो कि ठगे गये महिला पुरुष सभी कह रहे कि वह स्वयं उनके गांव घर पहुँच जाता । बहरहाल कोटवार तो गाँव का पुलिस ही होता है व थाना का एक अभिन्न अँग । उसे भी नही छोड़ा शातिरो ने साथ ही उसके कुछ साथियों को भी ठगा हैं । अब देखना होगा कि सैँया भये कोतवाल तो डर काहे का, वाली कहावत को भी ठग उत्तम गिरोह ने ठेँगा दिखाया । रहवासी बताते हैं कि कोतवाल ने अपने डेढ़ दोलाख वापिस पाने खूब चक्कर काटा पर यह घर से गायब ही रहता। 1 लाख लिखा था BANKके रजिस्टर में पर दिया 85 हजा उसमें से 10 हजार BANK में ही उत्तममजूमदार रखा । 10लाख KCC LOAN के एवज में मात्र 75 हजार । विडियो कथन (2 VEDIO) कोटवार VILLAGE -THAKURDIYAKHURD का चौँकाने वाला सुनिए ।
कोतवाल ग्राम ठाकुरदिया खुदॆ -तहसील पिथौरा जिला महासमुँद छग झाँसे में आकर ठ गा गया –शिखा दास को बताया अपनी दास्तान अगर 2016में ही किसान द्वारा बताते जाने पर तत्काल श्रीमान रजक द्वारा गँभीरता से लेकर FIR करवाने की पहल की जाती तो शायद गिरोह का भणडाफोड़ जल्दी होता कई लोग ठगी के मकड़जाल से बच जाते हालाँकि 2017में ऐसे ही एक मामले मे उत्तम जेल जा चुका हैं ।बावजूद उसके हौसले बुलंद थे ।