सिंहाबगा में शहीद गणेश उपाध्याय की प्रतिमा स्थापित की जाएगी
शहीद गणेश उपाध्यय की जयंती पर विचार विमर्श
झारसुगुड़ा। झारसुगुड़ा मंगलबजार स्थित प्रेक्षालय में शहीद गणेश उपाध्याय की 210वीं जयंती मनायी गई। इस अवसर पर शहीद गणेश उपाध्याय के फोटो पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित झारसुगुड़ा एसपी अश्विनी महांति ने गणेश उपाध्याय का देश के प्रति त्याग एवं बलिदान की प्रशंसा की। श्री महांति ने कहा कि विगत 15 अगस्त को जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के समय उन्हें गणेश उपाध्याय के विषय पर जानने को मिला था। देश के लिए प्राण देने वाले शहीद के जीवनी से बहुत कुछ सिखने को मिला है। ऐसे वीर सपूतों की जीवनी से देश भक्ति और भी बढ़ने सहित देश के प्रति कर्त्तव्य एवं दायित्वों के प्रति लोग सचेतन होते हैं। शहीद गणेश उपाध्याय की स्मृतिरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
मुख्यवक्ता के तौर पर उपस्थित अध्यापक डॉ। सरोज कुअंर ने कहा कि गणेश उपाध्याय का त्याग एवं बलिदान विषय में आगामी पीढ़ी को भी अवगत होने की आवश्यकता है। श्री कुअंर ने बताया कि 8 सितंबर 1809 को झारसुगुड़ा जिला जमेरा पंचायत सिंहाबगा गांव के गौंतिया परिवार में गणेश उपाध्याय का जन्म हुआ था। अंग्रेजों के साथ हो रही युद्ध में वे वीर सुरेन्द्र साय का सभी प्रकार का सहयोग कर रहे थे। इस कारण ने अंग्रेजों ने गणेश उपाध्याय को गिरफ्तार कर वर्ष 1861 में संबलपुर जेल में फांसी दिया गया था। अन्य गणमान्य व्यक्तियों में झारसुगुड़ा अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संदीप अवस्थी, दिनेश जैन, महेन्द्र नायक, डॉ। सखाराम दुबे, तपस्वीलाल तिवारी, त्रिनाथ गुआल, सरपंच राजकिशोर बुडा, जिला शिशु सुरक्षा अधिकारी सुनंद महारणा, सुरेन्द्र साहू, मीरा पटनायक, प्रेम सागर देहेरिया आदि ने कार्यक्रम को संबोधित किया। आगामी दिसंबर महीने में शहीद के बलिदान दिवस को उनकी जन्मभूमि सिंहाबगा में पालन करने सहित एक प्रतिमा स्थापित करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाने का प्रस्ताव दिया गया। विपुल उपाध्याय ने धन्यवाद ज्ञापन किया। यंगस्टार चेरिटेबल ट्रस्ट एवं शहीद गणेश उपाध्याय स्मृति समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में ट्रस्ट अध्यक्ष अरविंद बारिक ने सभा का संचालन किया। फकीर मोहन बारिक, राजेश पाढ़ी, आलोक पाणिग्राही, बसंत रोहिदास आदि ने सहयोग किया।