जिस गति से अंधविश्वास कम होगा उसी गति से समाज की उन्नति होगी : श्यामलाल
1 min readसुलतानपुर। आज दिनाँक 09-02-2020 को निःशुल्क मोस्ट कोचिंग सेंटर डॉ. अम्बेडकर पार्क लंभुआ में बौद्धचार्य लाल बहादुर बौद्ध के नेतृत्व में सन्त शिरोमणि रविदास की जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई। कार्यक्रम का संचालन विजय बहादुर बौद्ध व अध्यक्षता से.नि. शिक्षक सरयूदीन बौद्ध ने की। जयंती समारोह के बतौर मुख्य अतिथि मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद “गुरुजी” ने अपने सम्बोधन में कहा कि सन्त शिरोमणि रविदास का यह कथन “जहाँ अंधविश्वास है सत परख तह नाहि” अर्थात जो समाज अंधविश्वास के दल-दल में फंसा हो उसे हित-अहित का ज्ञान नही होता तो ऐसे अज्ञानियों से समाज सुधार व उन्नति की अपेक्षा नही की जा सकती! आज समाज में जो वैज्ञानिक समझ है उसके लिए सैकड़ों समाज सुधारकों ने अपना सुख त्यागकर अंधविश्वास के विरुद्ध जनजागरूकता अभियान में अपना जीवन खपाया है, आज भी अंधविश्वास के विरुद्ध समाज सुधारकों को अपना जीवन खपाना होगा, क्यों कि जिस गति से समाज में जागरूकता आयेगी उसी गति से समाज की उन्नति होगी।
जयंती समारोह को मोस्ट डिप्टी डरेक्टर राजकुमार गौतम, जिला संयोजक ज़ीशान अहमद, मोस्ट प्रमुख लम्भुआ नागवंशी सोनू निषाद, डॉ. अम्बेडकर पार्क निःशुल्क मोस्ट कोचिंग सेंटर के संरक्षक जितेंद्र निषाद ने सन्त शिरोमणि रविदास के सामाजिक सुधारों की चर्चा की। उक्त अवसर पर सुनील निषाद, नागेन्द्र निषाद, सुरेन्द्र निषाद, अमरनाथ निषाद, शारदा प्रसाद, आनन्द प्रकाश, राधेश्याम, अमित कुमार, धनई राम, हरिशंकर, नवनीत कुमार, भीम नारायन, बरसाती, सतई, बिरई, सपना, चंदा, अंजली, अंतिमा, कुसुम, शिमला, अजूबा देवी, शीला देवी, नीलम, खुशबू, वन्दना, रीता बौद्ध, ननका बौद्ध, विद्या, भानमती बौद्ध, मीना बौद्ध,
मिथलेश बौद्ध, मंजू बौद्ध सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।