आपातकालीन वार्ड में सेवारत वाॅर्ड ब्वाय स्व. यशवंत को अश्रुपूर्ण अंतिम विदायी
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मेहनत, लगन और ईमानदारी के सेवा भाव से मरीजों की देखभाल में आजीवन खरे उतरने वाले जिला चिकित्सालय के वाॅर्ड ब्वाय श्री यशवंत प्रदास तिवारी का सड़क दुर्घटना में निधन। समूचे स्वास्थ्य अमले में शोक की लहर। सच्चे समर्पण की प्रेरणा लेकर, ससम्मान कहा अलविदा
महासमुंद। जिले में कई ऐसे हेल्थ वाॅरियर हैं जो मरीजों की सेवा को ही अपना धर्म और कर्म मानते हैं, इनके लिए सरकारी नौकरी सिर्फ एक पेशा ही नहीं अपितु पुण्य एकत्र करने का मार्ग भी है। ऐसे ही मग्न होकर उत्कृष्ट प्रदर्शन की अमिट छाप छोड़ने वाले एक स्वास्थ्य योद्धा के संदर्भ में अत्यंत खेद के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि बुधवार 20 मई 2020 की देर शाम तकरीबन आठ से पाॅने नौ बजे के बीच जिला चिकित्सालय से ड्यूटी कर निकले वाॅर्ड ब्वाय स्वर्गीय श्री यशवंत प्रसाद तिवारी की ग्राम खरोरा स्थित छोटी पुलिया के मोड पर सड़क हादसे में असमय मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार वे दोपहिया वाहन में सवारे थे। संभावना व्यक्त की जा रही है कि अज्ञात चार पहिया वाहन की चपेट में आ गए, बचाव प्रयासों के बाद करीब नौ बजे चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
विदित हो कि वर्ष 2006 से जिला चिकित्सालय में बतौर वाॅर्ड ब्वाय सेवाएं प्रदान कर रहे स्वर्गीय श्री यशवंत प्रसाद तिवारी, महज अडतालीस वर्ष की आयु में ही अपने पीछे वृद्ध माताश्री श्रीमती कौशल तिवारी एवं पत्नी अंजू तिवारी व ईक्कीस वर्षीया पुत्री सुश्री सुप्रिया तिवारी और उन्नीस वर्षीय पुत्र श्री अनुराग तिवारी सहित भरे-पूरे परिवार को रोता बिलखता छोड़ गए हैं। उनकी मृत्यु की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। गुरूवार 21 मई 2020 की सुबह ग्यारह बजे स्वर्गीय श्री तिवारी के पार्थिव शरीर को उनके सेवा स्थल जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां पहले से एकत्र चिकित्सकीय दल ने भावुक होकर उन्हें अंतिम विदायी दी। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसपी वारे ने तत्काल मृतक के परिजनों को विभाग की ओर से दी जाने वाली पचास हजार रूपए की अनुग्रह राशि प्रदान की और कठिन घड़ी में संवेदना प्रकट करते हुए ढांढस बंधाया। सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल ने भी कैज्युअल्टी ड्यूटी में तैनाती के दौरान स्वर्गीय श्री तिवारी के कर्तव्यनिष्ठ अनुभव साझा किए, कहा कि स्वर्गीय श्री तिवारी ने सेवा काल में कोई कमी नहीं छोड़ी और न ही उन्होंने शिकायत के लिए कभी मौका दिया। डाॅ परदल ने घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए अमले की ओर से शोक व्यक्त किया। साथ ही जिला चिकित्सालय के स्वास्थ्यकर्मियों ने पुष्प मालाएं एवं शाॅल अर्पित किए और भरे कंठ से मौन धारण कर मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वार से प्रार्थना की गई। इस दौरान श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में मुख्य रूप से वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ अलका परदल, डाॅ एनके मंडपे, डाॅ आई नागेश्वर राव एवं डाॅ के गजभिए सहित अस्पताल सलाहकार डाॅ निखिल गोस्वामी, मेट्रन श्रीमती एस तिग्गा, नर्सिग सिस्टर सुश्री जे जॉन, चिकित्सकगण, स्टाफ नर्सेस, वाॅड ब्वाज, सुरक्षाकर्मी व बड़ी संख्या में चिकित्सा परिवार उपस्थित रहा।
खतरनाक है खरोरा तालाब का मोड़, एक और मौत
जिला मुख्यालय से लगे ग्राम खरोरा तालाब का मोड़ बेहत खतरनाक है। यहां आए दिन दुर्घटनाएं होते रहती है। इस अंधे मोड़ पर रायपुर या फिर महासमुंद की ओर से आने-जाने वाले वाहन चालक अक्सर धोखा खा जाते हैं। लिहाजा दुर्घटनाएं घटित होते रहती है। ऐसा ही बीती रात भी घटना हुई। जिसमें जिला हाॅस्पिटल के एक वार्ड ब्याय के रूप में कार्यरत एक कर्मचारी की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार जिला हाॅस्पिटल में कार्यरत वार्ड ब्याय यशवंत को बीती रात एक अज्ञात वाहन ने खरोरा तालाब के पास ठोकर मार दी। इससे उसकी मौत हो गई।