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November 20, 2024

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अंततः भालू के शावक ने तोड़ दिया दम, वन्य जीव प्रेमियों में देखी जा रही है नाराजगी

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  • समय रहते यदि जंगल सफारी नंदनवन शावक को भेज दिया जाता तो संभवः यह भालू का शावक को बचाया जा सकता था
  • वन विभाग के कार्यप्रणाली पर लोगों ने उठाई सवाल
  • रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर

मैनपुर – तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 07 किलोमीटर दुर ग्राम गिरहोला गांव कें भीतर खाली पडे इंदिरा आवास में सोमवार रात जंगली मादा भालू ने एक स्वस्थ्य शावक को जन्म दिया था, जिसकी खबर मंगलवार को ग्रामीणो के माध्यम से वन विभाग को लगने के बाद से वन विभाग के स्थानीय अधिकारी कर्मचारियों द्वारा लगातार भालू के शावक की देखरेख किया जा रहा था। साथ ही यह इंतजार किया जा रहा था कि मादा भालू जंगल से अपना शावक को लेने के लिए वापस आयेगा।

इस इंतजार में मंगलवार, बुधवार को दिनरात वन विभाग के अधिकारी दुर से निंगरानी कर रहे थे और विभाग इस नन्हे शावक के खानपान को लेकर भी चिंतित हो गया था, लेकिन बुधवार रात को भी जंगल से मादा भालू अपने बच्चें को वापस लेने के लिए नहीं पहुंची और अनंतः बीते रात लगभग 03 और 04 बजे के बीच यह भालू का शावक दम तोड़ दिया। हालांकि वन विभाग द्वारा आज सुबह मौके पर पहुचकर डाॅक्टर से पोस्टमार्डम करवाकर पंचनामा के बाद नियमानुसार भालू के शावक का दहसंस्कार किया गया और प्रारंभिक दौर पर इसकी मृत्यू की जो बाते बताई जा रही है, कि भालू की शावक की मौत ठंड की वजह से हुआ है, जिसे लेकर क्षेत्र के वन जीव प्रेमियो में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है।

क्षेत्र के वन जीव प्रेमियों ने वन विभाग के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि समय रहते भालू के इस नन्हे शावक को नंदनवन, या जंगल सफरी ले जाया जाता तो यह भालू के शावक का निश्चित रूप से जान बचाई जा सकती थी क्योंकि जंगली मादा भालू ने गांव के भीतर खाली पडे एक मकान मेें अपने बच्चें को जन्म देकर जंगल के तरफ चले गया, तब से इस बच्चें को दुध नही मिल पाया और शायद दुधमुहे शावक की मौत की कई वजह हो सकती है, जो पोस्टमार्डम रिर्पोट के बाद सामने आयेगी।

वन विभाग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दिया जानकारी

आज भालू के शावक के मौत के बाद वन विभाग द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि 24/11/2020 दिन मंगलवार समय 3ः45 बजे को परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर सामान्य को ग्राम गिरहोला के ग्रामीणों द्वारा सुचना दी गई कि लोचन पिता थानूराम जाति गोड के इंदिरा आवास मकान में मादा भालू ने एक शावक को जन्म दिया है। शावक को जन्म देने के बाद मादा भालू जंगल की ओर चली गई है। लोचन के मकान में कोई भी निवास नही करता और दरवाजा भी नही लगा हुआ है इसकी सूचना मिलते ही तत्काल मैनपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी अनिल कुमार साहू अपने स्टाप के साथ मौके पर शाम 04 बजे पहुचे मौका स्थल से सभी ग्रामीणों को दुर किया गया तथा मादा भालू के शावक की सुरक्षा में वन विभाग मैनपुर की टीम लगी रही। दिनांक 25/11/2020को मादा भालू के शावक का स्वास्थ्य परीक्षण वन्य जीव विशेषज्ञ डाॅक्टर द्वारा किया स्वास्थ्य परीक्षण में शावक स्वस्थ्य अवस्था में मादा भालू के इंतजार में शावक को उसी मकान में यथावत सुरक्षित ढंग से रखा गया दिनांक 25/11/2020 की रात्रि को वन्य जीव डाॅक्टर की सलाह पर उसे दुध का सेवन कराया गया तथा धान के पैरा और जूट के बोरे में उसे गर्म रखने की व्यवस्था की गई वन अमला लगातार उसकी सुरक्षा पर लगे रहे ताकि मादा भालू शावक को अपने साथ जंगल सुरक्षित ले जाए। और यदि रात्रि में मादा भालू नही आती तो उस अवस्था में आज 26/11/2020 को सुरक्षित ढंग से जंगल सफारी रायपुर ले जाने कही व्यवस्था की गई थी परन्तु 26/11/2020 सुबह 04 बजे के आसपास भालू के शावक की मृत्यू हो गई विधिवत शव परीक्षण उपरान्त प्रोटोकॉल अनुसार मृत शावक का शव दंह किया गया। विभाग के द्वारा उक्त क्षेत्र में निरंतर नजर रखी जा रही है ग्रामीणो से अनुरोध किया गया है कि अकेले जंगल की ओर न जाए और यदि भालू से संबधित कोई भी जानकारी मिलते ही विभाग को सूचित करे।

क्या कहते है वन परिक्षेत्र अधिकारी

वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर अनिल कुमार साहू ने बताया कि लगातार भालू के शावक की सुरक्षा किया जा रहा था लेकिन आज सुबह 04 बजे उसकी मृत्यू हो गई, आज उसे जंगल सफारी ले जाने वाले थे। उन्होने बताया उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक आयुष जैन, प्रभारी डीएफओं सशिंगानंद के एंव वन अधिकारियों की उपस्थिति में डाॅक्टर सुधीर पंचभोई द्वारा पोस्टमार्डम कर दाह-संस्कार किया गया है ।

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