छत्तीसगढ़ में धान से एथेनॉल बनाने के ड्रीम प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दी
- प्रकाश झा, बिलासपुर
सीएम भूपेश बघेल के धान से एथेनॉल बनाने के ड्रीम प्रोजेक्ट को अंतत: केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। केंद्र सरकार ने न केवल इस प्रोजेक्ट को माना है, बल्कि इसे लाभकारी भी बताया है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में यह घोषणा की है कि धान से एथेनॉल फ्यूल बनाएंगे। इसमें 10 हजार करोड़ का निवेश होगा। इसका फायदा छत्तीसगढ़ को मिलेगा। सीएम भूपेश ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री की इस घोषणा का स्वागत किया है।
उन्होंने कहा कि धान से एथेनॉल बनाने की उनकी पहल को आखिरकार केंद्र सरकार ने सही मान लिया है और इस दिशा में संयंत्र लगाने के लिए राशि निवेश करने की बात कही है। सीएम भूपेश इस प्रोजेक्ट के लिए लगे हुए थे। शपथ ग्रहण के बाद सीएम भूपेश ने किसानों के हित में कई ऐतिहासिक फैसले लिए। इसमें कर्ज माफी, 2500 रुपए क्विंटल में धान खरीदी, सिंचाई कर की माफी आदि शामिल हैं। किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना भी शुरू की है।
छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर धान का उत्पादन होता है। धान से चावल के अतिरिक्त अन्य लाभकारी बाइ प्रोडक्ट तैयार करने के उद्देश्य से ही सीएम का फोकस बायो एथेनॉल पर था। उन्होंने राज्य की नई औद्योगिक नीति में इसे शामिल करते हुए उद्यमियों को संयत्र लगाने के लिए कई रियायतों का प्रावधान भी किया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में धान से एथेनॉल बनाने के लिए चार निजी कंपनियों से एमओयू भी किया है। सीएम बघेल धान से एथेनॉल उत्पादन के संबंध में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री, केंद्रीय कृषि मंत्रालय और नीति आयोग को पत्र लिखकर बायो एथेनॉल उत्पादन की अनुमति के लिए लगातार प्रयासरत थे।