झुंझुनूं धाम में तीन दिवसीय भादो अमावस महोत्सव मना
1 min readमंदिर प्रांगण में विविध धार्मिक, सांस्कृतिक व आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन
बीरमित्रपुर/राउरकेला। बीरमित्रपुर स्तिथ झुंझुनूं धाम में तीन दिवसीय भादो अमावस सोल्लास मनाया गया,मंदिर प्रांगण में विविध धार्मिक, आध्यात्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। राउरकेला, श्री राणी सती जी सेवा ट्रस्ट श्री बिरमित्रापुर झुंझुनू धाम में 3 दिवसीय भाद्र अमावस्या का प्रोग्राम का पहला दिन श्री गोपाल तुलस्यान जी के द्वारा ध्वजा परिवर्तन और सुहागीन महिला के द्वारा दादीजी के हाथों में मेहंदी लगाई गई। दरवारी गायक लाल जी शर्मा के द्रारा भजनों का क्रायक्ररम किया गया।
दिन गुरूवार को दादीजी का राजरानी सिंगार किया गया। साम को दरवारी गायक और जोधपुर से आये भजन गायक प्रवेश शर्मा ने एक से बढ़कर भजन गाये। दिन शुक्रवार को सुबह से ही मंदिर परिसर में काफी भीड़ देखी गई जो दादीजी कि जोत ओर धोक लगाने के लिए काफी संख्या में लोग एकत्रित हुए इस भ्राद अमावस्या में जात जडुला के लिए भी बहार राज्यों से श्रद्धालुगण आये हुए थे। साम 6 बजे से भजनों का क्रायक्ररम आरंभ किया गया। विशेष आकर्षण राजग्रामपुर अपना कलां केन्द्र के छोटे बच्चों के द्वारा नित्य नाटिका प्रस्तुत कि गई। यह मंदिर कि अस्थापना सन 1967, श्री दुलीचंद तुलस्यान जी ने एक छोटे आकार रूप में किया था। आज यह मंदिर 300, डिसमिल में बना हुआ है, जहां कई देवी-देवताओं के छोटे छोटे मंदिर बनें हुए हैं, यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रहने ओर खाने कि उत्तम ब्यवस्था बनीं हुईं है।यह मंदिर पुरे भारत वर्ष में बिरमित्रापुर झुंझुनू धाम से जाना जाता है। इस मंदिर कि एक खास बात यह है कि यहां कोई कमेंटी नहीं है। सब ट्रस्ट के अंदर कार्यक्रम होता है। यह मंदिर उड़ीसा का पर्यटन स्थल बना हुआ है हर दिन मंदिर परिसर में कोई न कोई कार्यक्रम चलता रहता है।