मेरे लिए रांची आने की तीन बड़ी वजहें … अनुभव प्रकृति के गोद में योग करने जैसा
1 min readरांची / दिल्ली। योग दिवस पर रांची में मोदी ने कहा कि बहुत सारे लोगों के मन में सवाल है कि मैं रांची क्यों आया। मेरे लिए रांची आने की तीन बड़ी वजहें हैं। झारखंड वन प्रदेश है। यहां योग करने का अनुभव प्रकृति के गोद में योग करने जैसा है। कहा कि सितंबर में आयुष्मान भारत योजना की यहीं से शुरुआत की। तीसरी और सबसे बड़ी वजह यहां के आदिवासी हैं।
पीएम ने कहा कि योग के जरिये हम सबको आधुनिक युग की यात्रा शहरों से गांवों की तरफ, जंगलों की तरफ, गरीबों के तरफ ले जाना है। योग को गरीब आदिवासी के जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाना है। गरीब ही है जो बीमारी से सबसे अधिक परेशान होता है। पूरी दुनिया को योग दिवस की बधाई दी है। झारखंड की राजधानी रांची के प्रभात तारा मैदान में 5वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य समारोह में शिरकत करते हुए उन्होंने कहा कि योग धर्म और जाति से ऊपर है। इसे आदमी के जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाना है। इसके जरिये हम गंभीर बीमारियों से निजात पा सकते हैं। योग दिवस पर पीएम ने शांति, समृद्धि और सद्भाव का संदेश देते हुए कहा कि झारखंड की राजधानी रांची में इसके मनाए जाने के विशेष मायने हैं।सीएम ने दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद रांची आगमन पर पीएम को बधाई दी। कहा कि झारखंड की सवा तीन करोड़ की जनता की ओर से पीएम का आभार। जो उन्होंने पूरी दुनिया में योग का मान बढ़ाया। 5वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में शामिल होने के लिए पीएम मोदी गुरुवार रात को ही रांची पहुंचे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची के प्रभात तारा मैदान में 30 हजार से अधिक लोगों के साथ योगाभ्यास कर रहे हैं। डा. ईश्वर विश्वरेड्डी यहां सभी को अलग-अलग आसनों का अभ्यास करा रहे हैं। वे रांची की मेजबानी में आयोजित हो रहे योग दिवस में 50 हजार लोगों के साथ योग कर रहे हैं। रांची पूरी तरह योग के रंग में रंग चुकी है। लोगों मेंं भारी उत्साह और क्रेज दिखा।