प्रधान वन संरक्षक के बाद अपर वन संरक्षक पहुंचा अवैध कटाई की जांच करने
वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने दिया था जांच के आदेश
मैनपुर। उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र के जंगल के भीतर पिछले कुछ माह में लगातार अवैध कटाई से जहां हजारों हरे भरे कीमती साल सागौन, बीजा व अनेक प्रजाति के वृक्षों को काटा गया है। वहीं जगलो के भीतर अवैध अतिक्रमण कर झोपड़ियां बनाई जा रही है। इस खबर के लगातार प्रकाशन के बाद राजधानी रायपुर तक हलचल मच गई और छत्तीसगढ़ सरकार के वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने मामले की गंभीरता को देखते हूए जांच के निर्देश दिये साथ ही उच्च स्तरीय जांच दल गठित कर टाईगर रिजर्व क्षेत्र के जंगल मे कार्यवाही के लिए भेजा है, जिसके तहत 02 अक्टूबर को प्रधान वन संरक्षक वन्य प्राणी रायपुर, के शुक्ला के नेतृत्व में अधिकारियों के टीम ने उदंती अभ्यारण्य के पुंजीपत्थरा, हल्दीकछार, गोडेनाफाल क्षेत्र का संघन निरीक्षण किया था और शुक्रवार 4 अक्टूबर को फिर दुसरे दिन टाईगर रिजर्व के बफर जोन एरिया इंदागांव वन परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 1204 और 1206 पीपलखुंटा में अपर प्रधान मुख्य वन सरंक्षक देव आशीष दास, मुख्य वन सरंक्षक वन्य प्राणी एच एल रात्रे, उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक, विष्णु राज नायर, वन मंडलाधिकारी गरियाबंद मंयक अग्रवाल व वन विभाग के अफसर पहुंचकर स्थल निरीक्षण किया साथ ही ग्रामीणों से चर्चा कर पंचनामा भी तैयार किया।
मिली जानकारी के अनुसार, टाईगर रिजर्व क्षेत्र के पीपलखुंटा के कक्ष क्रमांक 1204 और 1206 व आसपास में लगभग 10 हेक्टेयर जंगलों को बुरी तरह से काटकर अवैध अतिक्रमण के साथ लकड़ियों की तस्करी की गई है। वन मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देश पर आज फिर एक बार वन विभाग के उच्च स्तरीय टीम टाईगर रिजर्व क्षेत्र के जंगलों में उदती नदी नालो को पार कर पैदल पहुंचकर अवैध कटाई और अतिक्रमण क्षेत्र का मुआयना करने पहुंचे हुए थे। इस दौरान वन विभाग के आला अफसरों के टीम ने ग्रामीणों से चर्चा किया। ग्रामीणों ने अवैध कटाई में ओडिसा के लोगों की मुख्य भुमिका होने की बात ग्रामीणों ने बताई है। इस मामले को लेकर कल शनिवार को वन विभाग के आला अफसर एक बार फिर ग्रामीणों से चर्चा करेंगे और अवैध कटाई पर अंकुश लगाने गहन विचार विमर्श होगा। मिली जानकारी के अनुसार, आज अधिकारियों के टीम मैनपुर से वाहनों के माध्यम से करलाझर तक पहुंचे और वहां से लगभग पांच किलोमीटर मोटर सायकल से और लगभग 7 किलोमीटर पैदल चलकर स्थल निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उदंती नदी को दो से तीन बार पैदल पार करना पड़ता है। इस मौके पर प्रमुख रूप से उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के एसडीओ आर के रायस्तए पी आर धु्रव, सहायक संचालक एन आर सोरी, वन परिक्षेत्र अधिकारी एन के गंगबेर, वन परिक्षेत्र अधिकारी उदंती टी आर नरेटी, तुलाराम सिन्हा, एल आर पटेल व वन विभाग के अमला उपस्थित थे।