स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है – प्रतापसिंह मरकाम
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- मैनपुर में शहीद शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह की शहादत दिवस पर उन्हे याद कर नमन किया गया
गरियाबंद । तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर के शहीद वीर नारायण सिंह जिड़ार रोड में आज गुरूवार को आदिवासी विकास परिषद युवा प्रभाग मैनपुर द्वारा शहीर वीर योध्दा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह की शहादत दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 1857 की क्रांति में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले इन महान योद्धाओं को याद कर आदिवासी रिती रिवाज से पुजा अर्चना किया गया उनके बताए रास्तों पर चलने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनपद सदस्य एवं आदिवासी नेता प्रतापसिंह मरकाम ने स्वतंत्रता संग्राम के दोनों बलिदानियों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इन बलिदानियों ने अपने शौर्य एवं प्राणों की आहुति दी इनके बलिदान के कारण हम स्वाभीमान से खड़े है।
अपनी मातृभूमि को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराने के लिये उन्होंने युध्द का आव्हान किया था। इस स्वतंत्रता संग्राम मे रघुनाथ शाह ने अपने पिता का बढ़चढ़ कर सहयोग किया था। देश को अंग्रेजो की गुलामी से आजाद कराने अंग्रेजो के विरूध्द छापामार युध्द एवं लेखन कविता के माध्यम से आजादी की चिंगारी को मध्य भारत में जलाया और देखते ही देखते पूरे क्षेत्र में इसकी लहर दौड़ पड़ी। 18 सितंबर 1857 को अंग्रेजो के खिलाफ लड़ते पिता पुत्र को तोप के मुंह में बांधकर उड़ा दिया गया। इस तरह उन्होंने देश के लिये अपने प्राणों की आहूति दी। आज पूरा देश उनकी शहादत को याद कर रहा है।
आदिवासी युवा नेता गगन नेगी ने कहा कि महराजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह जो कि पिता पुत्र थे। इन लोगों के महान बलिदान के किस्से सुनकर गोडवानां के वंशज अपनी छाती तानकर आज भी चलते हैं। इन पिता पुत्र महान बलिदानियों ने अपने पूर्वजों की धरती गढमंडला की रक्षा की खातिर जिस तरह से संघर्ष किया है और अपने प्राणों की आहूती दी है वह एक मिशाल है। इस मौके पर प्रमुख रूप से महेन्द्र नेताम, लोकेश्वरी नेताम, प्रतापसिंह मरकाम, बलिराम नेताम, पीलेश्वर सोरी, पदम नेताम, हेमलाल मरकाम, गगन नेगी, प्रदीप ध्रुव, विश्वेश्वर ध्रुव, वेदप्रकाश नागेश, शरद नेगी, लोकेश कपिल, रोमन नेगी, लोगेश नेगी, कमलेश्वरी नागेश, प्रेमलाल नागेश, अश्वनी नागेश, पूजा नागेश, धनेश्वरी नागेश सहित आदिवासी समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे एवं रैली निकाल कर नारेबाजी किया गया।
