स्वर्गीय शिक्षक देवीदयाल तिवारी को दी श्रद्धांजलि
1 min readझारसुगुड़ा। झारसुगुड़ा शहर के गर्ल्स हाईस्कूल रोड़ पर रहने वाले सेवानिवृत शिक्षक स्वर्गीय देवी दयाल तिवारी को शिक्षक दिवस के अवसर पर स्थानीय मंगलबजार रोड़ स्थित 1922 में प्रारंभ हुई सर्व पुरातन स्कूल नजुल हिन्दी एमई स्कूल में पुरातन छात्रों व शहर के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में प्रथम शिक्षक तथा भारत के प्रथम राष्ट्रपति रहे स्वर्गीय सर्वपल्ली राधाकृष्ण जी के जन्म दिवस पर उनको याद किया गया। साथ ही स्कूल के आरंभ होने के समय यहां शिक्षक रहे स्वर्गीय देवी दयाल को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर स्वर्गीय तिवारी के शिक्षादान के प्रति उनके लगाव व बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरुक करने के कार्यों को याद किया।
उनके अनेक शिष्य आज देश-विदेश में उच्च पदों पर कार्यरत हैं। स्वर्गीय तिवारी ने लगभग 35 वर्षों तक नजुल हिन्दी स्कूल में शिक्षादान का कार्य किया था। श्री तिवारी का गत 1 सितंबर को निधन हो गया था। इस अवसर पर पूर्व नगरपाल हरिष गणत्रा व सुरेश कुमार लोकचंदानी, दिनेश जैन, संदीप अवस्थी, बालगोविंद मिश्रा, हीरा लोकचंदानी, भरत अवस्थी, महेन्द्र केडिया, नटवर लाल शर्मा, कोची शर्मा, पूर्व पार्षद मोहन मिश्रा, प्यारेलाल श्रीवास्तव, रमेश गांधी, डॉ। देवश्लोक शर्मा, प्रदीप मिश्रा, संजीव तिवारी, रमेश सोनी, अशोक गांधी, मेहताब खान, जाहिद कुरैशी, चुन्नीलाल ककानी, मनोज मिश्रा, विजय बक्सी, मनोज तिवारी, उदय मिश्रा, सुभाष केडिया, पप्पु जैन, अध्यापिका मीना सोनी सहित स्कूल की प्रधानाचार्या पद्मिनी पटेल आदि ने अपने विचार रखे थे। इस अवसर पर सर्वपल्ली राधाकृष्ण एवं स्वर्गीय देवीदयाल तिवारी के फोटो पर पुष्प अर्पित कर सभी ने श्रद्धांजलि दी गई एवं दो मिनट का मौन रखकर उनकी अमर आत्मा की सद्गति के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर स्वर्गीय तिवारी के पुत्र तथा शिक्षक अतुल तिवारी व परिवार के अन्य सदस्यगण उपस्थित थे। अंत में स्कूल की शिक्षिका संध्या त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।