मुंगेली ग्राम सरकार के नतीजों में भी भाजपा के ही परचम लहराया,अधिकृत घोषणा होना बाकी
मनीष शर्मा,8085657778
बिलासपुर,त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मुंगेली जिले में आ रहे प्रथम चरण के रुझान से जिला पंचायत के कुल चार सीटों में तीन में भाजपा के सदस्य निर्वाचित होने की खबर है।जनपद सदस्यों में भी अधिकांश सीट में भाजपा सदस्य बढ़त या जीतने की संभावना दिख रही है इस प्रकार अब मुंगेली जिले में फिर जिला पंचायत, जनपद पंचायत में भाजपा के अध्यक्ष बनने की प्रबल संभावना दिख रही है।
माना यह भी जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में क्षेत्रीय विधायक पुन्नूलाल मोहले ने जो सुनियोजित ढंग से मोर्चा संभाला उसके चलते भाजपा के ग्राम सरकार बनने में सफल रहे।लेकिन कांग्रेस ने हालांकि अधिकृत प्रत्याशी उतारने के बाद ऐसा देखा गया कि प्रत्याशी पूरी मेहनत अपने बूते में ही किए संगठन की सक्रियता का अभाव रहने की चर्चा राजनैतिक जानकार कह रहे है।ऐसे में अब देखा जाए तो विधानसभा चुनाव में पूरे राज्य में जहाँ कांग्रेस के एकतरफा माहौल से प्रदेश में 69 सीटों में काबिज है वहीं मुंगेली जिले में ग्राम सरकार, नगर सरकार में हर तरफ भाजपा काबिज होने में सफल रही।
आपको यह भी बता दें मुंगेली जिला जहा कृषि प्रधान क्षेत्र होने के कारण प्रायः यहां के अधिकांश मतदाता मूलतः किसान ही है।आखिरकार मुंगेली जिले में ऐसी क्या वजह होगी जहा किसानों की बाहुल्यता के बावजूद कर्ज माफी,समर्थन मूल्य में धान खरीदी जैसे प्रभावशाली सरकार के निर्णय के बावजूद मुंगेली जिले का परिणाम में सत्ताप्रभाव शुन्य रहा। चर्चा यह भी है कि मुंगेली जिले के स्थानीय कांग्रेस संगठनो में समन्वय अभाव है साथ ही सक्षम नेतृत्व, एकरूपता नही होना भी कांग्रेस के प्रतिकूल प्रभाव के लिए एक अहम कारण माना जा सकता है।
मुंगेली जिले में प्रायः यह भी देखने को मिल रहा है कि कांग्रेस संगठन में स्थानीय शीर्ष पदाधिकारियों द्वारा अपने ही वर्चस्व, वजूद दिखाने में ही लगे रहने के चलते जमीनी कार्यकर्ता लंबे समय से उपेक्षित जैसा महसूस कर रहे है।वही सत्ताप्रभाव के चलते यहां सब कुछ चकाचौंध जैसा ही दिख रहा है जबकि हकीकत कुछ और ही नजर आ रहा है।
ऐसे में सरकार होने के बावजूद प्रायः हर परिणाम कांग्रेस के लिए प्रतिकूल ही देखने को मिले।वहीं भाजपा में संगठन के सर्वोपरि निर्णय के चलते सत्ताप्रभाव नही होने के बावजूद मुंगेली में भाजपा का गढ़ मनवाने में भाजपा ने कोई कसर नही रखी।
ऐसे में कांग्रेस पार्टी के लिए पूरे प्रदेश के परिणामो में लगातार तीन चुनावों में प्रदर्शन बद से बदतर देखने को मिला।निःसंदेह ये नतीजे प्रदेश स्तर के आला नेताओ के लिए बड़े चिन्तन करने जैसा माना जा रहा है।