Recent Posts

December 20, 2025

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

अवैध प्लाटिंग मुंगेली: जमीन के भस्मासुर(प्लाटकटुआ) अपने काले कारनामो को छुपाने रहते है प्रशासन के इर्दगिर्द

मनीष शर्मा,8085657778

बिलासपुर, यूं तो मुंगेली जिले में जिले बनने के बाद जो जमीनों के मामलों में अफरा तफरी, जालसाज़ी, धोखाधड़ी का खेल चला उस अवैधानिक कार्य रोकने में प्रशासन पूर्णतः विफल ही रही।प्रशासन के विफल अथवा कार्यवाही में कमजोर रहने के बहुत से कारण है कही कही दबी जुबान यह भी चर्चा होती रहती है कि अवैध प्लाटिंग अथवा बगैर टीएनसी,रेरा से एप्रूव्ड कालोनियों के काले चिट्ठो की जानकारी राजस्व अमले को है मगर सत्ताप्रभाव से जुड़े या फिर सक्षम प्रसाद वितरण प्रक्रिया के चलते कोई ठोस कार्यवाहियों का अभाव रहा जिसके चलते अनेको कास्तकार आज करोड़ो की अपनी बेशकीमती जमीन से हाथ धो बैठे साथ ही उनके सपने अधूरे ही रह गए।


पटवारियों से मिल कागजातों में छेड़छाड़ करने,अशिक्षित कास्तकारों से इकरारनामा बताकर पॉवर आफ अटॉर्नी ले जमीन बेच खाने जैसे अनेक उदाहरण मुंगेली जिले में आज भी जीवित है मगर प्रशासनिक इंसाफ के दरवाजे उनके समक्ष नही होने के चलते बंद जैसे ही है।
मुंगेली में अभी बहुत से ऐसे प्लॉट है जिन्हें एक बहुचर्चित पटवारी और उस समय के रहे राजस्व अधिकारियों सहित नगर के सफेदपोश लोगो ने राजस्व रिकॉर्ड से छेड़छाड़ कर रातोरात खसरा,भूस्वामी बदल अन्य के नाम कर बेच दिया गया।मामले की जानकारी जब असल मालिक को हुई तब तक मामला इन राजस्व अधिकारियों, पुलिस सहित वर्षो से भूलभुलैया जैसा घूमने लगा।आज जब ऐसे भस्मासुरो पर कार्यवाही अपेक्षित है तब कुछ लोग अपना दम्भ दिखाने झूठे सहारे लेने की जुगत में है।

बता दें जमीन के मामले में इस सप्ताह जो कार्यवाहियां होनी है उसमें प्रशासन तनिक भी अपने दायित्वों, कर्तव्यों को संज्ञान में रख फैसला करे तो निश्चित रूप से जमीन भस्मासुरों के पर्दाफाश होने की उम्मीद है साथ ही जब एक कोई मामले में ठोस कार्यवाही हुई तब इन सफेदपोश अवैध कारोबारियों के शिकायतों का पिटारा स्वमेव खुलेगा।

पत्रकारों के कलम कुचलने की कोशिश

अवैध प्लाटिंग अथवा भूमाफियाओं के फर्जी ढंग से राजस्व विभाग को अपनी पहुंच के धौंस की खबरें पत्रकारों द्वारा समय समय पर प्रकाशित की जाती है जिस पर इन माफियाओं के बहुत सारे बचाव के लिए पैतरे अपनाए जाते है वहीं दूसरी ओर कलमकारों को धमकियां, अपहरण, झूठे मामले मुकदमे में फसाने का दुस्साहस भी किया जाता है।लेकिन अब कुछ पत्रकारों ने हर विषम परिस्थितियों से गुजर करोड़ो अरबो के जमीन जालसाज़ी के मामले की तह तक पड़ताल कर कार्यवाही कराने के मुहिम में है।निश्चित रूप से thenewdunia.com भी लगातार अवैध जमीन कारोबारियो के सारी शिकायतें, लंबित कार्यवाहियों के त्वरित कार्यवाही के लिए परत दर परत खुलासा करते रहेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *