रेलवे के निर्माण में धड़ल्ले से हो रहा लाल सिलेंडर का इस्तेमाल
1 min read
खरियार रोड । रेलवे के पटरी दोहरी करण एवं विद्युतीकरण का कार्य प्रगति पर है । कार्य के दौरान घरेलू रसोई गैस (लाल सिलेंडर) का इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जा रहा है । प्लेटफार्म नम्बर दो पर गड़े हुए पुराने लोहे के खम्बे को सिलेंडर की मदद से काट रहे मजदूर से पूछे जाने पर उसने बताया कि ठेकेदार ने उसे यही गैस कटर मुहैया करवाया है काटने के लिए । इस तरह रोजाना लाल सिलेंडर का इस्तेमाल निर्माण कार्य में हो रहा है ।
नाम नहीं छापने की शर्त पर नगर के एक प्रबुद्ध व्यक्ति ने बताया कि निर्माण कार्य में काफी अनियमितता है । हाल ही में हुई हल्की बारिश में फिलिंग की हुई मिट्टी दब गई । वार्ड नम्बर 13 की ओर बने गाडर्वाल भी धसक गया है । उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि निर्माण कार्य मे कम उम्र के छोटे लड़के-लड़कियों को काम पर लगाया जा रहा है । मौके का मुआयना करने पर मालूम हुआ कि पटरी के कार्य मे कोरापुट, जबलपुर, यूपी सहित पड़ोस के छत्तीसगढ़ के मजदूर को काम पर लगाया गया है । काम करने वाले मजदूर में कम उम्र के बाल मजदूर भी दिखाई दिए । पर वे न तो अपना नाम बताने को तैयार है न उम्र । इस विषय पर ठेके का काम लेने वाले या रेल्वे के किसी बड़े अधिकारी से संपर्क नही हो पाया । जिला शिशु सुरक्षा अधिकारी बलदेव रथ से इस विषय मे पूछें गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वे जल्द इस विषय पर संज्ञान लेंगे हालांकि उन्हें अब तक इस बात की जानकारी नही मिल पाई है ।