वन्य प्राणियों की विलुप्त होती प्रजातियो का संरक्षण एवं संवर्धन आवश्यक – सोरी
1 min readवन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के तहत् 20 स्कूलो के 70 छात्रों को पुरस्कार वितरण
मैनपुर । उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के गांव -गांव मे वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह तहत् 02 से 07 अक्टूबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। नुक्कड़, नाटक, रैली व विभिन्न माध्यमों से प्रचार प्रसार व स्कूलो मे निबंध, चित्रकला, वादविवाद, भाषण विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित कर वन्य जीवों के संरक्षण व संवर्धन के लिए अभियान चलाया गया, तहसील मुख्यालय मैनपुर से 30 किलोमीटर दुर उदंती अभ्यारण्य के ग्राम जुगांड मे वन अधिकारी कर्मचारियों व 20 स्कूलो के सैकडो छात्र -छात्राओं द्वारा रैली निकाल कर एक कार्यक्रम का आयोजित किया गया।
कार्यक्रम मे ग्राम पंचायत तौरंेंगा के सरंपच बनसिंग सोरी, साहेबिनकछार के सरपंच चैती बाई नागेश, पूर्व सरंपच अर्जुन नागेश, उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के सहायक संचालक आर एन सोरी, वन परिक्षेत्र अधिकारी टी आर नरेटी सहित नई दिल्ली वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट आॅफ इंडिया रिजनल हेड डाॅ. आर पी मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित थे। इस दौरान आयोजित वन्य प्राणीय संरक्षण सप्ताह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डाॅ. आर पी मिश्रा ने कहां वन्य प्राणियों की विलुप्त होती प्रजातियों को संरक्षण एवं संवर्धन करना अति आवश्वयक है ।ग्रामीणोंको जागरूक करने के लिए शासन द्वारा प्रतिवर्ष वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह मनाया जाता है, उन्होने कहां बढ़ते भौतिकवाद, अतिक्रमण के कारण वन्य प्राणियों की कई प्रजातिया विलुप्त हो गई है। हमें इन विलुप्त होती प्रजातियो का संरक्षण एवं संवर्धन करने के लिए आज संकल्प लेने की जरूरत है। उन्होने कहां छत्तीसगढ़ प्रदेश के राजकीय पशु वन भैंसा इस मैनपुर के उदंती अभ्यारण्य में मौजूद है जो हम सभी प्रदेश वासियों के लिए गर्व की बात है और इसकी संरक्षण और संवर्धन करना हम सब की जिम्मेदारी है। उदंती सीतानदी सहायक संचालक आर एन सोरी ने कहा इस क्षेत्र के जंगलो के भीतर शेर, भालू, राजकीय पशु वन भैंसा सहित विभिन्न वन्यप्राणी बड़ी संख्या मे पाये जाते है यह वन्य प्राणी वनो का श्रंृगार है और इसकी रक्षा करना हम सब की जिम्मेदारी बनती है, कार्यक्रम को कई अधिकारियों ने संबोधित किया। इस दौरान 20 स्कूलो के सैकडो छात्र -छात्राएं व ग्रामीण, वरिष्ठ नागरिक कार्यक्रम में शामिल हूए वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के तहत् आयोजित निबंध, वादविवाद, चित्रकला व विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये थे जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने वाले 70 छात्र -छात्राओं को शील्ड, कप, मेडल, टीशर्ट, टोपी, पौधे पुरस्कार के रूप मे दिया गया ।