गोबर खरीदी से वर्मी कम्पोस्ट निर्माण को मिल रही गति, अतिरिक्त आय का बना जरिया
1 min readगोलू कैवर्त बलौदाबाजार
राज्य शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना से दोहरा लाभ अर्जित किया जा रहा है। एक तरफ पशुपालक गोबर बेचकर आय अर्जित कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाकर महिला समूहों को भी फायदा पहुंच रहा है। सुराजी ग्राम योजना अंतर्गत नरूवा,गरूवा,घुरूवा, बाड़ी योजना से बने आदर्श गौठानों में पहले से ही गोबर इकठ्ठा कर वर्मी कम्पोस्ट बनाया जा रहा था,जिसे गोधन न्याय योजना से और अधिक मजबूती और गति मिल गई है।
जिला पंचायत सीईओ डॉ फ़रिहा आलम सिद्की ने बताया कि जिले में अभी वर्तमान में 8 गौठान में वर्मी खाद का निर्माण महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा किया जा रहा हैं। जिनके माध्यम से लगभग 71 क्विटल वर्मी खाद का निर्माण हो चुका हैं। जिसमें से लगभग 40 क्विटल खाद को उधानिकी,वन विभाग के द्वारा 10 रुपये प्रति किलो ग्राम के दर से खरीद लिया गया हैं।
बलौदाबाजार विकासखंड अंतर्गत ग्राम पुरैना खपरी के गौठान में कार्यरत जय माँ लक्ष्मी स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा वर्मी कम्पोस्ट पूर्व से ही बनाया जा रहा है। इसे गोधन न्याय योजना से और गति मिल गई है।अब गोठान में आसानी से गोबर उपलब्ध होने के कारण ज्यादा मात्रा में वर्मी कम्पोस्ट बनाने में सहायता मिली है। समिति के अध्यक्ष सुनीता साहू ने बताया अब तक 10 क्विटल वर्मी खाद बना चुके हैं। जिसमें से 3 क्विटल खाद बेच चुके हैं। यह सुखद है कि वर्मी कम्पोस्ट को उद्यानिकी एवं वन विभाग द्वारा 10 रूपये प्रतिकिलो ग्राम की दर से खरीदा भी जा रहा है। इससे महिलाओं को अतिरिक्त लाभ हुआ है। उसी तरह पलारी विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम टीला के गोठान में कार्यरतअन्नपूर्णा महिला स्व सहायता समूह की अध्यक्ष प्रेमीन बाई साहू ने बताया कि हमारे समूह में कुल 13 सदस्य हैं।
अभी तक हमने 15 क्विटल वर्मी कंपोस्ट का निर्माण किया जा चुका हैं। जिसमे से 9 क्विटल खाद को 8 रुपये की दर से किसानों एवं वन विभाग को भी बेचा गया हैं। इस दौरान जिले के विभिन्न विकासखंड के ग्राम खर्वे, गोढ़ी एस, रोहिना,बालपुर, कोलिहा, रोहरा की बिहान की महिला ग्राम संगठनों द्वारा अब तक लगभग 40 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट विक्रय किया जा चुका है। कोरोना काल में भी महिला समूहो को रोजगार के साधन मिल गये है। वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण से जैविक खेती को बढ़ावा तो मिलेगा ही साथ ही महिला समूहो को भी अतिरिक्त आमदनी का जरिया मिल गया है। गौरतलब है कि गोधन न्याय योजना अंतर्गत जिले के 96 गौठानों में 1हज़ार 746 पशुपालकों से 23 अगस्त तक कुल 13 हज़ार 355 क्विटल गोबर की खरीदी की जा चुकी है। 96 गौठानो की समितियों को अब तक 26 लाख 67 हजार 96 रूपये भुगतान हेतु गौठान समिति के खातों में जारी भी कर दिया गया है। जिसमे से पशुपालकों के खाते में अभी तक 20 लाख 16 हज़ार 23 रुपये का भुगतान किया जा चुका है।जबकि शेष का भुगतान प्रक्रिया जारी है। ज्ञात है कि योजना अंतर्गत गोबर खरीदी के लिए जिले के प्रथम चरण में लगभग 87 गौठानों को पंजीकृत किया गया था। जिसमें से 87 से बढ़कर कुल 96 गौठानों में सुचारू रूप से गोबर खरीदी हो रही है।