उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र में ग्रामीणाें ने किया वन्य प्राणी दो चीतल का शिकार
1 min read- शेख़ हसन खान मैनपुर
- सर्चिंग में पहुंचे पुलिस बल को देखकर भागे आरोपी एक आरोपी सहित दो मृत चीतल बरामद किये गये
उंदती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र के बफर जोन ऐरिया वन परिक्षेत्र तौरेगा के जंगल में आज शनिवार सुबह कुछ ग्रामीणाें ने जंगल मेें चारो तरफ से घेरकर दो वन्य प्राणी चीतल ( कोटरी) का शिकार किया और उसे डुमरघाट कसीझरन जंगल नदी के किनारे लाकर आग जलाकर सब्जी बनाने की तैयारी कर रहे थे कि पुलिस बल के जवान जंगल क्षेत्र के सर्चिंग में पहुंचे थे। पुलिस के जवानों को देखकर एक दर्जन आरोपी धीरे से नदी किनारे भाग गये। एक आरोपी पुलिस के पकड़ में आया और उनसे दो नग चीतल (कोटरी) एक नर एंव एक मादा जिसकी उम्र लगभग दो से तीन वर्ष की है बरामद किया गया। पुलिस बल के जवानों ने एक आरोपी और दो शिकार किये गये चीतल को वन परिक्षेत्र मैनपुर अंतर्गत कक्ष क्रमांक 1091 तक लाया और बकायदा इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। वन परिक्षेत्र अधिकारी तौरेंगा श्री नेताम, वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर संजीत मरकाम व वन विभाग के स्थानीय अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुचकर पंचनामा किया और दो मृत चीतल कोटरी तथा आरोपी को देर शाम मैनपुर वन विभाग कार्यालय में लाया गया। शाम होने के कारण मृत दोनो चीतल कोटरी का कल सुबह विधिवत पोस्ट मार्डम कर दह संस्कार किया जायेगा।
वही आरोपी से पुछताछ में पता चला है कि इस शिकार में 16-17 लोग शामिल थे जिसका वन विभाग द्वारा खोज खबर किया जा रहा है। वन विभाग के एसडीओ राजेन्द्र सोरी ने बताया कि वन परिक्षेत्र तौरेंगा अंतर्गत डुमरघाट से पांच किलोमीटर दुर जंगल में आज शनिवार को सुबह 10 और 11 बजे के बीच कुछ ग्रामीणाें द्वारा जंगली वन्य प्राणी चीतल कोटरी दो नग चारो तरफ से घेकर तीर धनुष से शिकार किया गया है। पुलिस बल जंगल में सर्चिंग कर रहे थे पुलिस बल को देखकर आरोपी भाग गये एक आरोपी नंदलाल पिता सुखराम डुमरघाट को दो नगर मृत कोटरी के साथ पकड़ा गया है।
पंचनामा कार्यवाही व देर शाम होने के कारण आरोपी और दोनो मृत कोटरी को मैनपुर लाया गया है। आरोपी से पुछताछ किया जा रहा है आरोपी द्वारा इस शिकार में 16-17 ग्रामीणों शामिल होने की जानकारी दिया है। आरोपी के बताया अनुसार वन विभाग द्वारा कार्यवाही किया जा रहा है श्री सोरी ने बताया कि कल रविवार को सुबह नियमानुसार दोनो चीतल कोटरी का पोस्टमार्डम कर दंह संस्कार किया जायेगा ।
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र में वन्य प्राणी नहीं है सुरक्षित
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र के जंगल में वन्य प्राणी व जंगल सुरक्षित नहीं है। लगातार पिछले कुछ वर्षो के भीतर जंगल के अंदर अवैध अतिक्रमण, अवैध कटाई के मामले बढे है। वही समय समय पर वन्यप्राणियों के जिंदा तस्करी के मामले सामने आये है। ज्ञात हो कि इन दिनों तेज गर्मी के चलते जंगल क्षेत्र के नदी नाले पोखर, तालाब सुख गये है, कही कही नाम मात्र के पानी बचा हुआ है। वन विभाग द्वारा वन्य प्राणियों के और जंगलो के सुरक्षा के लाख दावे करने के बावजूद लगातार जंगल क्षेत्र में अवैध कटाई के साथ शिकार के मामले सामने आ रहे हैं।
वन विभाग के तमाम सुरक्षा के दावों की पोल खोल कर रख दी है पिछले दो माह के अंदर उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र के जंगल क्षेत्र में जगह जगह भयनाक आग लगने से पुरा जंगल क्षेत्र तहस नहस हो गया है। जंगलों के भीतर वन्य प्राणियों को जंहा एक ओर पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है दुसरे तरफ हरा चारा की व्यवस्था नही हो पा रही है। जिसके कारण वन्य प्राणी चीतल, सांभर, हिरण, भालू, नीलगाय लगातार गांव के तरफ पहुच रहे है, और अवैध शिकार हो रहे हैं। लगातार वन्य प्राणियों के गांव के तरफ आने की सूचना पिछले दो माह से वन प्रशासन को मिल रही है, बावजूद इसके वन प्रशासन द्वारा वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए जो माकूल इंतजाम करना चाहिए वह क्षेत्र के जंगल में दिखाई नहीं दे रहा है, वही लाॅकडाउन के चलते इन दिनाें क्षेत्र में वाहनाें के आवगमन नही होने के कारण वन्य प्राणी सड़क किनारे गांव के नजदीक सुबह और शाम आसानी से दिखाई दे रहे है तथा ग्रामीण क्षेत्रो मे जंहा एक ओर वन्य प्राणियों का शिकार होने की जानकारी मिल रही है, वही दुसरी ओर ग्रामीण भी वन्य प्राणियों के शिकार हो रहे है।