देशी गायों के बारे में ग्रामीणों को किया जाएगा जागरुक
1 min readकांटाबांजी। सुरभि शोध एवं विकास केंद्र (बिच्छुबहाली) कांटाबांजी की अगुवाई एव संत पूज्य चिन्मय दास जी महाराज के सानिध्य में आज बिच्छुबहाली से गौसेवा ग्राम यात्रा का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर उपस्थित गौभक्तों को सम्बोधित करते हुए महाराज श्री ने कहा भारतीय संस्कृति ऋषी मुनीयों की संस्कृति वाला देश है। यहां शाकाहार एवं कृषि आधारित संस्कृति है। कृषि हमारी अर्थव्यवस्था का आधार है।
कृषि के विकास एवं किसानों की समृद्धि हेतु गौपालन बहुत महत्वपूर्ण है, अत्यावश्यक है। पश्चिम ओडिशा में देसी गाय की उपयोगिता तथा जैविक खाद व कृषि विकास सम्बन्धित प्रचार प्रसार हेतु सुरभि शौध एवं विकास केंद्र इस यात्रा का 16 सितंबर से 22 सितंबर 2019 तक आयोजन किया जा रहा है। बलांगीर जिले के 6 प्रखण्ड ब्लॉक में 30 मुख्य गांव एवं नजदीकी कस्बों में पहुँचकर 7 दिनों तक गौपालन, गौसंवर्धन, गौआधारित कृषि विकास आदि विषयों पर ग्राम वासियों को अवगत कराया जायगा। इस गौसेवा ग्राम यात्रा का उद्देश्य हैं गोपालन, संरक्षण एवं गौसंवर्धन-गौवंश की निरंतर घटती संख्या के प्रति सचेतनता लाना, देसी गाय के महत्व एवं उपयोगिता का प्रचार प्रसार, गौरक्षा एवं विकास हेतु प्रत्येक गांव में ग्राम समिति का गठन कर उन्हें गौशाला से जोड़ना, रासायनिक खाद व कीटनाशकों की बजाय जैविक खाद के उपयोग से कृषि विकास सम्बन्धित जागरूकता लाना, पंचगव्यों से लाभ-स्वास्थ्य एवं समृद्धि सम्बन्धित जानकारी, वृक्षारोपण एवं इसके वास्तविक क्रियान्वयन हेतु जागरूकता लाना, गौवंश की रक्षा हेतु गौचर भूमि की सुरक्षा तथा गौचारा की समुचित व्यवस्था हेतु प्रोत्साहन, गौभक्तों एवं किसानों को संगठित करना, गौविशेषज्ञों एवं कृषि वैज्ञानिकों की देखरेख में प्रशिक्षण शिविर, कायर्शाला का आयोजन व सहभागिता, गौचारा व अन्य आहार सह प्लास्टिक के सेवन से गौवंश को हो रहे नुकसान की चर्चा व रोकथाम के लिए प्रयास। इस गौसेवा ग्राम यात्रा के सुचारू संचालन के लिए नन्द किशोर अग्रवाल को संयोजक पवन शर्मा को सह संयोजक एवं रमेश अग्रवाल को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। सहयोगी गौभक्त अशोक छापड़िया, प्रवीण आर्य,अजय अग्रवाल, मारुति गैस, रामोतार अग्रवाल, नवल मिश्रा, कान्हु चरण मिश्रा और अन्य सक्रिय रूप से प्रयासरत हैं।