Recent Posts

November 23, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं आदिवासी भारत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भोजलाल नेताम के निधन से क्षेत्र में शोक की लहर

1 min read
  • शेख हसन खान, गरियाबंद 
  • सन् 1985 में सोवियत संघ रूस, यूक्रेन के दौरा कर राष्ट्रपति गोर्बाचेव से किया था मूलाकात

मैनपुर। गरियाबंद जिले के बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं आदिवासी भारत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भोजलाल नेताम का आज 04 फरवरी दिन शनिवार को आकस्मिक निधन हो गया। 75 वर्षीय भोजलाल नेताम तहसील मुख्यालय मैनपुर से 5 किमी दूर ग्राम जिडार के निवासी थे अपने युवा अवस्था से ही कम्युनिस्ट विचारधारा से प्रभावित थे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ्य चल रहे थे। आज अचानक तबीयत बिगड़ने पर ईलाज के लिए गरियाबंद रायपुर ले जाते समय रास्ते पर शाम को निधन हो गया। भोजलाल नेताम के अकास्मिक निधन की खबर लगते ही मैनपुर क्षेत्र सहित पूरे बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र में शोक की लहर देखने को मिल रही है।

  • भोजलाल नेताम सन् 1985 में सोवियत संघ के राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव से किया था मूलाकात

ज्ञात हो कि क्षेत्र के आदिवासी नेता भोजलाल नेताम शुरुआती दौर में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य रहे। उन्होंने 1985 में तत्कालीन सोवियत रूस और यूक्रेन का दौरा किया। रूसी नेताओं से मुलाकात की तथा उस दौर के राजनीतिक-सामाजिक हालातों को समझा और सोवियत संघ में तत्कालीन राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव से मुलाकात करने वाले पूरे जिले के प्रथम नेता थे और तो और उन्हे रूस के राष्ट्रपति ने हेड कैप और सूट भेंट किया था। कदकाठी में काफी ऊंचेपूरे आवाज से दबंग भोजलाल नेताम को पूरे बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र सहित जिले के लोग दमदार आदिवासी नेता के रूप में जानते और पहचानते थे अपने पूरे जीवन भर आदिवासी समाज के साथ क्षेत्र के मूलभूत समस्याओं के लिए धरना प्रदर्शन आंदोलन उन्होने किया और आंदोलनकारी नेता के रूप में उनकी पहचान क्षेत्र में होती है। मजदूर, किसान, छात्र, युवा, आदिवासियों के हित में कई महत्वपूर्ण संघर्षों व आंदोलनों का नेतृत्व करने के कारण श्री नेताम को कई बार जेल भी जाना पड़ा लेकिन वे निरंतर संघर्ष को आगे बढ़ाते रहे। वर्तमान में आदिवासी भारत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उन्होंने जल-जंगल-जमीन, पेसा कानून, एवं आदिवासियों के अधिकारों और उनपर बढ़ते दमन के खिलाफ निरंतर अपनी आवाज बुलंद करते रहे। विधानसभा, लोकसभा के कई चुनाव उन्होने लड़े भी है।

  • भोजलाल नेताम के निधन पर उन्हे दी गई श्रद्धाजंली

वरिष्ठ आदिवासी नेता भोजलाल नेताम के निधन पर उन्हे बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र सहित पूरे जिले के कांग्रेस, भाजपा, आदिवासी एवं विभिन्न राजनीतिक दलो के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धाजंली अर्पित की है। पार्टी के राज्य सचिव सौरा यादव ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुये कहा कि भोजलाल नेताम का आकस्मिक निधन पार्टी एवं उनके परिवार के लिये भारी क्षति है. उनके निधन से पूरे आदिवासी क्षेत्र में शोक व्याप्त है।