जान जोखिम में डालकर मोस्ट समाज को शिक्षित करने के लक्ष्य पर अडिग रहना होगा : श्यामलाल
1 min read सुलतानपुर। आज दिनाँक 30-01-2020 को मोस्ट समाज संघर्ष सेवा समिति हिन्दुआबाद के तत्वाधान में बच्चों की पठन-पाठन की बुनियादी मजबूती प्रदान करने के लिए निःशुल्क मोस्ट कोचिंग सेंटर की स्थापना की गई। कार्यक्रम का कुशल संचालन शिक्षक दिनेश सोनकर ने किया।
उक्त अवसर पर मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद “गुरुजी” ने कहा कि किसी के शिक्षित होने का माप यह है कि समाज की दुर्दशा देखकर उसकी आत्मा अंधविश्वास, असमानता व अज्ञानता के खिलाफ संघर्ष करने के लिए कितना प्रेरित करती है अशिक्षा का दुष्परिणाम इतना खतरनाक है कि जो समाज को अंधविश्वास व सामाजिक कुरीतियों के दल-दल से बाहर निकालने का प्रयास करता है, समाज के अशिक्षित लोग उसी के जानी दुश्मन बन जाते है किंतु अपनी जान जोखिम में डालकर समाज को शिक्षित करने के लिए सर्वस्व न्योछावर कर समाज को अज्ञानता और अंधविश्वास के दल-दल से बाहर निकालना है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि बलई राम यादव, हरीराम वर्मा, राम सजीवन निषाद ने मोस्ट (बहुजन) समाज के बच्चों के लिए गाँव-गाँव शिक्षा का प्रबन्ध करने की अनिवार्यता पर बल दिया।
उक्त अवसर पर पूर्व प्रधान रामचरण, अरविंद निषाद, बहाल निषाद, राजेन्द्र प्रसाद यादव, रणजीत टाइगर, जितेंद्र कुमार, कृष्णा कुमार निषाद, प्रदीप, पिंटू, बृजेश कुमार, शरीफ, रामचेत, नागेंद्र कुमार, संतोष यादव, रामजीत, सुभाष चंद्र, हनीफ, वंशराम यादव, बाबूलाल यादव, राम कलप, राम मूरत निषाद, राम शिरोमणि भारती, मुन्नर, नन्हे प्रसाद, कलावती देवी, चिंता देवी, सरिता निषाद, उर्मिला निषाद, सुमन, सुशील निषाद, कुलझारी निषाद, कान्ति सोनकर, कंवला सोनकर, लीलावती, सितारा निषाद, पुष्पा देवी, गीता रजक, कृपाली निषाद, माला देवी, रानी, सावित्री पाल, निशा पाल, डब्लू चौधरी, मनोज पाल सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।