‘तुम मुझसे कुछ भी कहोगे, शहर के गायन कलाकारों ने बिखेरे जलवे
1 min read!['You will say anything to me, the singing artists of the city should go](https://thenewdunia.com/wp-content/uploads/2019/07/sangit.jpg)
मैक्स मूलर भवन में इस्पात शहर के गायकों ने प्रख्यात गायक मोहम्मद रफी को श्रद्धांजलि अर्पित
राउरकेला। सेक्टर- 2 स्थित मैक्स-मुलर भवन में आयोजित एक संगीत समारोह ‘तुम मुझसे कुछ भी कहोगे, में राउरकेला इस्पात शहर, के ‘संगीत तरंग म्यूजिक क्लब’ के प्रतिभावान गायकों ने बॉलीवुड के मशहूर गायक, मोहम्मद रफी को श्रद्धांजलि अर्पित की। आरएसपी के उप महा प्रबंधक, जन संचार एवं संचार मुख्य, श्री रामेंद्र कुमार, इस अलबेले शाम के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने अन्य गणमान्य व्यक्तियों और बड़ी संख्या में दशर्कों के साथ मिलकर स्मरणीय पाश्वर्गायक मोहम्मद रफी को पुष्पांजलि अर्पित की, जिन्होंने विभिन्न शैलियों में 7,000 से अधिक शानदार गीतों के खजाने के साथ अपना एक खास जगह तैयार था।
कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कलाकारों ने फिल्म हकीकत से ली गई एक देशभक्ति गीत ह्यकर चले हम फिदा जान-ओ-तन साथियों को प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद, फिल्म दोस्ती से दिल को छू लेने वाला अति उत्कृष्ट गीत जाने वालो जरा, गाया गया। फिर फिल्म पगला कहीं का से लिया गया। रफी की सवर्कालीन हिट गाना तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे प्रस्तुत किया गया, जो कार्यक्रम का विषय गान था क अन्य लोकप्रिय संगीत जिसने रंगीन शाम में लोगों का मन मोह लिया वे थे, क्या हुआ तेरा वादा, दर्द-ए-दिल, झील-मिल सितारों का, कितना प्यारा वादा, गुलाबी आंखें, ले गई दिल गुडिया जापान की, साथिया नहीं जाना कि जी न लगे, जाने वालो जरा, इन सुमधुर गीतों को पेश करनेवाले कलाकार थे।
तपन नायक, संतोष दस, सत्य महंती, तपन सारंगी, सत्यांजय त्रिपाठी, बसंत तांडी, जग्गनाथ साहू, सुनीत, राजेंद्र अगरवाल, देबजीत राभा, सुखपाल सिंह, प्रदीप मोहंता, निबेदिता बेहेरा, सोनाली त्रिपाठी, स्नेहलता इती पटनायक, बसव्दत्ता महंती, माधवी कुमार और अचर्ना सतपथी क सुश्री गजाला फिरदौस और श्री हिमांशु मोहंती ने समारोह का संचालन किया। इस के समारोह के जरिये, संगीत तरंग परिवार ने संगीत के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता और प्रसिद्ध गायक मोहम्मद रफी की कला और शिल्प के प्रति भक्ति को राग के साथ-साथ राग बनाने वाले दोनों को शानदार श्रद्धांजलि अर्पित की।