फाइनेंस मिनिस्टर की फटकार के बाद हरकत में आई जीएसटी टीम
करोड़ों के जीएसटी की चोरी की जांच अर्बन बैंक तक पहुचीं
जेल भेजे गए सोनू व सुभाष के दो फरार सहयोगियों की तलाश
राउरकेला। राउरकेला के दौरे पर जनवरी के तीसरे सप्ताह में आए ओड़िशा के फाइनेंस मिनिस्टर निरंजन पुजारी द्वारा जीएसटी के ओडिशा अधिकारियों की ली गयी। बैठक में जीएसटी चोरी को रोकने तथा जीएसटी के करोड़ों की चोरी करने वालों पर कार्रवाई के लिए फटकार लगाने के बाद महकमे के आला अधिकारी हरकत में आये। उनके दौरे के तीसरे दिन 22 जनवरी को करीब दो सौ करोड़ की जीएसटी में सोनू बेरीवाल व बासंती कालोनी हरिहर बस्ती निवासी सुभाष स्वाई को दबोचा गया। दो सहयोगी उस दिन फरार हो गये थे, जिनकी तलाश जारी है। इसी बीच करोड़ों के जीएसटी की चोरी की जांच अर्बन बैंक तक पहुच गयी। जेल भेजे गए सोनू व सुभाष के दो फरार सहयोगियों को पकडना अेभी बाकी है। दर्जन भर से अधिक संदिग्ध जीएसटी चोर फरार हैं, इनके साथ अन्य निजी बैंकोें पर भी जीएसटी टीम की नजर है। करोड़ों के जीएसटी फर्जीवाड़ा में गिरफ्तार सुभाष स्वाईं एवं अमित बेरीवाल से ओजीएसटी जांच टीम के द्वारा जेल में दो दिन पूछताछ की गई। संतोष का अर्बन को-आॅपरेटिव बैंक में खाता है। यहीं से इस मामले की जांच शुरू होने से बैंक कमिर्यों के भी रडार में आने की संभावना है।

पूछताछ में अमित बेरीवाल से कोई सुराग हाथ नहीं लगने से उससे दोबारा पूछताछ करने के साथ आडियो- वीडियो रिकार्ड किया जाएगा। वही सुभाष से कई सुराग हाथ लगे हैं। बैंक में फर्जी खाता खोलने में बैंक के कुछ अधिकारी भी संलिप्त हैं। बैंक होल्डर की अनुपस्थिति में खाता खोलने एवं करोड़ों का लेनदेन होने की जांच किए जाने की चर्चा है। अमित बेरीवाल तबीयत खराब होने का हवाला देकर जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसलिए ओजीएसटी की टीम अदालत से अनुमति लेकर एक दो दिनों के भीतर उससे दोबारा पूछताछ करेगी। उल्लेखनीय है कि इस संबंध में जानकारी मिलने के बाद ओजीएसटी विभाग की ओर से विगत 10-11 जनवरी को एक साथ 50 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। इस कारर्वाई में करोड़ों के फर्जी इनवायस का प्रयोग किए जाने का पता चला था। इस मामले में मास्टर माइंड सुभाष स्वाईं, अमित बेरीवाल, रौनक बेरीवाल, बसंत कुमार पटनायक का नाम सामने आने के बाद अमित और सुभाष को गिरफ्तार किया गया था। बसंत व रौनक फरार हो गये थे और जमानत लेने का प्रयास कर रहे हैं। चारों आरोपितों का अर्बन को-आॅपरेटिव बैंक, बैंक आॅफ इंडिया, एक्सिस बैंक, आइडीबीआइ बैंक सहित विभिन्न बैंकों में कुल 29 एकाउंट हैं, इनमें से केवल राउरकेला अर्बन को-आॅपरेटिव बैंक में 19 एकाउंट होने का पता चला है। इसमें आरोपितों के वास्तविक हस्ताक्षर सहित ओपनिग एकाउंट में हस्ताक्षर असली या नकली हैं, हस्ताक्षर एक्सपर्ट से मदद लेकर जांच करने समेत खाताधारकों के बैंक आने-जाने की पड़ताल सीसीटीवी फुटेज के जरिये की जाएगी।
