जंगली हाथियों की दल ने मैनपुर क्षेत्र में एक बार फिर मचाया जमकर उत्पात, झोपडि़यों को तोड़ा, धान के फसलों को रौंदा, गांव के ग्रामीणों को दौड़ाया
1 min read- न्यूज रिपोर्टर, रामकृष्ण ध्रुव
- ग्राम जिडार, बुढार, सिंहार,छिंदौला के आसपास हाथियों का दल मंडरा रहा है, वन विभाग लगातार गांव में मुनादी कर लोगों को हाथियों से दुर रहने कर रहे हैं अपील
मैनपुर – गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र में आज शनिवार को जंगली हाथियों के दल ने एक बार फिर जमकर उत्पात मचाया और किसानों के खेत में बने झोपड़ियों, सोलर पम्प में जंहा तोड़फोड़ किया। वही मक्का और धान की फसलो को रौेंद डाला अपने गांव से मैनपुर राशन सामग्री खरीदने आ रहे ग्रामीणाें को हाथियों के दल ने दौडाया, जान बचाने ग्रामीण भागे। आज दिनभर मैनपुर क्षेत्र के ग्राम जिडार, बुढार, सिंहार, चिहरापारा, छिंदौला क्षेत्र के ग्रामो में हाथियों के दल पहुंचने से ग्रामीणों में भारी दहशत देखने को मिला क्योंकि इन दिनों खेती किसानी का कार्य चल रहा है।किसान धान की बोआई और जोताई , रोपाई और कृषि कार्य करने में अपने खेत तक जाने में डरने लगे हैं। वही दुसरी ओर वन विभाग के स्थानीय अधिकारी, कर्मचारी हाथी मित्रदल के सदस्य लगातार हाथी प्रभावित ग्रामो में पहुचकर ग्रामीणाें को हाथियों के दल से दुर रहने की अपील कर रहे है।
मिली जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह तक हाथियों का दल उंदती सीतानदी टाईगर रिजर्व के तुहामेंटा ग्राम पंचायत अंतर्गत नारीपानी ,कंवरआमा में अपना डेरा डाले हुए थे, साथ ही हाथियों का दल देवदाहरा जलप्रपात होते हुए कुल्हाडीघाट के जंगल में पहुंच गये थे। हाथियों का दल आज शनिवार सुबह 05 बजे के आसपास अचानक मुख्य मार्ग कुल्हाडीघाट मैनपुर होते हुए जिडार, बुढार के आसपास किसानो के मक्का और धान के फसल को रौदा तथा किसानों के खेतो में बने झोपडियों को तोड़ डाला सौर प्लेट को भी नुकसान पहुंचाया है।
किसान गंगाराम, दिनेश कमलेश, हीरा नेताम, महेन्द्र नेताम, तुलसी नेताम, बिरसिंह, दिनेश कुमार के मक्का और धान की फसल को हाथियों के दल ने जमकर नुकसान पहुचाया, सुबह 06 बजे तक हाथियों का दल कुल्हाडीघाट मैनपुर मार्ग में बुढार के पास मुख्य मार्ग में अपने डेरा डाला रहा। हाथियों के सुबह बुढार मुख्य मार्ग में पहुचने की खबर लगते ही हाथियों के दल को देखने ग्रामीणों की भीड़ लग गई। लोगों के आवाज को सुनकर और हो हल्ला के चलते हाथियों का दल जिसमें 20-22 की संख्या मे हाथी होना बताया जा रहा है, यह दल छिन्दौला के तरफ बढ़ने लगा। पहाडी के उपर बसे कमार ग्राम से कुछ ग्रामीण राशन सामग्री लेने मैनपुर पहुंच रहे थे कि हाथियों के दल से निकलकर दो हाथियों ने ग्रामीणों को कुछ दुर तक दौडाया भी जान बचाने के लिए ग्रामीण ग्राम चिहरापारा के तरफ भागे और इसकी जानकारी ग्रामीणों ने मैनपुर मे आकर दिया, अभी हाथियों का दल छिंन्दौला जंगल के माटाटोला नदी किनारे अपना डेरा डाले हुए है, जिसमे तीन शावक भी बताये जा रहे हैं ।
हाथियों के दल के धमक से किसान परेशान
हाथियों के दल पहाडी गांव से जैसे ही आबादी वाले गांव के तरफ आज सुबह पहुचा हाथियों के धमक से ग्रामीणो में जंहा दहशत देखी जा रही है। वही दुसरी ओर खेती किसानी का कार्य बुरी तरह प्रभावित हो गया है। जंगल किनारे खेती किसानी करने वाले किसान खेत जाने डरने लगे है जिसके कारण खेती किसानी का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। लगातार हाथियों का दल मैनपुर क्षेत्र के जंगलो में पहुच रहा है। हाथियों ने एक तरफ इस क्षेत्र के जंगल से अपना स्थाई रहनवास बना लिया है, जिसके हिसाब से अब वन विभाग को चाहिए कि हाथियों से ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए कोई स्थायी तैयारी किया जाए जिसके चलते ग्रामीण सुरक्षित रहे हैं और ग्रामीणाें के फसल, झोपड़ियों भी सुरक्षित हो सके। इसके लिए वन विभाग को हाथी प्रभावित ग्रामो में कोई ठोस कार्ययोजना बनाने की जरूरत महसूस की जा रही है।
क्या कहते है वन विभाग के अफसर
मैनपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी संजीत मरकाम ने हरिभूमि से चर्चा करते हुए बताया कि हाथियों का दल जो पहाडी के उपर विचरण कर रहा था वह आज ग्राम बुढार, सिंहार, होते हुए छिन्दौला के जंगल में पहुच गया है, श्री मरकाम ने आगे बताया कि हाथी मित्रदल और वन विभाग के अमला लगातार हाथी प्रभावित ग्रामोें में पहुचकर लोगो को अकेले जंगल के तरफ नही जाने की अपील कर रहे हैं और लगातार गांव गांव मुनादी भी करवाया जा रहा है।