भाजपा ने संविधान, लोकतंत्र व आरक्षण के लिए पैदा कर दिया है खतरा- लौटनराम निषाद
1 min read- “पिछड़ा-दलित वर्ग वर्गीय एकता कायम कर सपा के साथ जुड़ लड़े सामाजिक न्याय की लड़ाई”
- लखनऊ, 15 सितम्बर।
पिछडेवर्ग के कई सामाजिक संगठनों के द्वारा समाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौ.लौटनराम निषाद का पाल पैराडाइज में आयोजित कार्यक्रम में स्वागत किया गया। बाबू रामचरण लाल निषाद एमएलसी के 132वें जयंती के अवसर पर महारानी अहिल्याबाई होलकर सेवा संस्थान के अध्यक्ष महेश पाल की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय निषाद संघ,गड़रिया महासभा,उत्तर प्रदेश लोधी महासभा,अखिल भारतीय विश्वकर्मा जागरण मंच,प्रदेशीय तैलिक महासभा,उ.प्र.माली सैनी संगठन,पासी जनचेतना मंच के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में लौटनराम निषाद का भव्य स्वागत किया गया।
बाबू रामचरणलाल निषाद एडवोकेट द्वारा 1925 में गठित बैकवर्ड लीग फेडरेशन के संघर्षों की बदौलत भूमिहीन गरीब पिछड़े,दलित वर्गों को वयस्क मताधिकार का अधिकार मिला।इन्होंने क्रिमिनल ट्राइब्स एक्ट-1871 के द्वारा मल्लाह, केवट, कहार, लोध, किसान, पासी, कोरी, मुसहर, घोसी, बंजारा, नायक, सीगलीगर, औंधीया आदि अपराधी जाति घोषित जनजातियों को अपराधी जनजाति की सूची से मुक्ति दिलाई।
निषाद ने पिछड़े-दलित-पसमांदा समाज से संविधान, लोकतंत्र व आरक्षण के संरक्षण के लिए एकजुट होकर संघर्ष का आह्वान किया।संघ नियंत्रित भाजपा सरकार से संविधान व लोकतंत्र पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।संवैधानिक व लोकतांत्रिक मूल्यों को भाजपा सरकार खत्म करने पर तुली है।निजीकरण के माध्यम से आरक्षण को खत्म किया जा रहा है।उन्होंने समाजवादी पार्टी के साथ जुड़कर सामाजिक न्याय,लोकतंत्र, संविधान व आरक्षण की सुरक्षा के लिए लड़ाई वर्गीय भावना के तहत लड़ने का आह्वान किया।कॉलेजियम सिस्टम खत्म करने,उच्च न्यायपालिका के न्यायाधीशों का चयन भारतीय न्यायिक सेवा आयोग की प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से करने,सेन्सस-2021 में जातिवार जनगणना कराने, ओबीसी की जातियों को सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों,केन्द्रीय विश्वविद्यालयों व उच्च शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थानों में प्रवेश व सेवा में समानुपातिक आरक्षण कोटा देने,मण्डल कमीशन की सभी सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन चलाने का आह्वान किया।देश संविधान से चलेगा मनुस्मृति से नहीं।भाजपा सरकार नई शिक्षा नीति,नई संविदा नियमावली व निजीकरण के माध्यम से भाजपा सरकार पिछडों, दलितों को शिक्षा, सेवायोजन प्रतिनिधित्व से वंचित करने का षडयंत्र कर रही है।
स्वागत समारोह का संचालन योगेन्द्र लोधी व धन्यवाद ज्ञापन रामकेश बिन्द ने किया।सर्वश्री विनोद पाल,शरद यादव,एसबीएस पाल,चंद्रप्रकाश धनगर,मोहनलाल प्रजापति,दीनानाथ विश्वकर्मा,रामबृक्ष चौहान,देवीदयाल राठौर,सतेंद्र सबिता,राजेश चौरसिया आदि ने भी समारोह को सम्बोधित किया।