समाज में परिवर्तन ही शिक्षित होने का प्रमाण है : श्यामलाल
1 min read सोनू निषाद ने आजीवन प्रतिमाह पाँच रुपये आर्थिक सहयोग वचन देकर मोस्ट समाज में समन्वय और सहकारिता का इरादा स्प्ष्ट किया
“बाबा साहब” ने शोषितों को शिक्षित और संगठित करने करने के लिए संघर्ष का निर्देश दिया
सुलतानपुर। आज दिनाँक 08-12-2019 पूर्वाह्न में डॉ. अम्बेडकर पार्क बरुआ उत्तरी लंभुआ में मोस्ट समाज के बच्चों की शिक्षा की बुनियाद को मजबूत करने के लिए विजय बहादुर बौद्ध के नेतृत्व में निःशुल्क मोस्ट कोचिंग सेंटर की स्थापना की गई। निःशुल्क कोचिंग के लिए कोचिंग के संस्थापक जितेंद्र निषाद ने ह्वाइट बोर्ड तथा मोस्ट प्रमुख लंभुआ नागवंशी सोनू निषाद ने आजीवन प्रतिमाह पाँच रुपये आर्थिक सहयोग वचन देकर मोस्ट समाज में समन्वय और सहकारिता का इरादा स्प्ष्ट किया।
उक्त अवसर पर मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद “गुरुजी” ने कहा कि अच्छी शिक्षा जीविका निर्वाह के साथ-साथ जीवन तथा समाज निर्माण का भी कार्य करती है, शिक्षा ही निर्धारित करती है बच्चे अन्धविश्वासी बनेंगे की परिवर्तनकारी! समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन ही शिक्षित होने का परिणाम है तथा शिक्षित व्यक्ति ही समाज की उन्नति के लिए संघर्ष कर सकता है इसी आवश्यकता के मद्देनजर “बाबा साहब” ने शोषितों को शिक्षित और संगठित करने करने के लिए संघर्ष का निर्देश दिया।
उक्त अवसर पर मोस्ट जिला संयोजक ज़ीशान अहमद, शिक्षक दिलीप निषाद, शिक्षक महावीर रजक, राज कपूर गौतम, विजय बहादुर बौद्ध, हरिशंकर बौद्ध, लाल बहादुर बौद्ध, गुरु प्रसाद निषाद, नवनीत बौद्ध, लक्ष्मण, ओमप्रकाश, पूर्व प्रधान रामप्यारे निषाद, शारदा प्रसाद निषाद, सतई बौद्ध, बरसाती, सोनू, गुरुदीन, राजकिशोर, कमलेश कुमार, आनंद प्रकाश, सुनील कुमार, अरुण कुमार, रमेश कुमार, नीरज कुमार, गुलाबचंद, जोखई राम, सतई राम, रत्नेश कुमार सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।