4 लाख सहित ठग गिरोह के 6 गिरफ्तार, एक फरार
1 min readरुपये को दोगुना करने का देते आ रहे झांसा
खरियार रोड । वर्तमान के आधुनिक युग में भी लोग अंधविश्वास के चलते बैगा- तांत्रिक के चक्कर मे पड़ ठगी का शिकार हो रहे है। ऐसा ही एक मामला स्थानीय जोंक थाने में आया है। जोंक पुलिस ने एक ऐसे ठग गिरोह को पकड़ने का दावा किया है जो कई वर्षों से लोगो को रुपये दोगुना करने का झांसा देकर लाखो की ठगी करते आ रहा था।
पुलिस ने गिरोह के 6 आरोपियों को 4 लाख 12 हजार रुपये के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। नुआपाड़ा एसडीपीओ पी के पटनायक ने सोमवार को एक पत्रकार वार्ता में इस घटना का विस्तार से खुलासा किया। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के खरोरा निवासी विजय कुमार मनहरे ने स्थानीय कुछ लोगो के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करवाई कि वे झाड़फूंक से पैसे को दोगुना करने का झांसा देकर ठगी का गोरखधंधा चला रहे है। एवं कुछ माह पहले वे भी इस ठगी का शिकार हो चुके है। शिकायत के आधार पर नुआपाड़ा एसपी स्मिथ पी परमार के निर्देश पर स्वतंत्र टीम का का गठन किया गया। नुआपाड़ा एसडीपीओ पीके पटनायक के नेतृत्व में जोंक थाना प्रभारी जुगल मल्लिक, सब इंस्पेक्टर सब्यसाची सतपति, भारती गायक पीके पंडा टीम का हिस्सा बन योजनाबद्ध तरीके से बीती रात साढ़े आठ बजे स्थानीय वार्ड नंबर 2 मुड़ागांव निवासी कैलाश साहू के घर पर छापा मारा। पुलिस ने मौके पर से 4 लाख 12 हजार नगद, 2 टिन चद्दर की पेटी, 5 मोबाइल और 4 बाईक सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि ठग गिरोह का मास्टर माइंड कैलाश साहू उम्र 44 वर्ष सहित महासमुंद जिला के भीमखोज थाना अंतर्गत ओमकारबंद गांव निवासी धरम पारधी उम्र 40 वर्ष, खरोरा थाना अंतर्गत बुंदेली ग्राम निवासी चिंताराम पारधी उम्र 35 वर्ष एवं उसकी पत्नी मथुरा पारधी उम्र 30 वर्ष, इसी गांव के ओम प्रकाश पारधी उम्र 25 वर्ष, खरोरा (छ ग) निवासी विनोद नवरंगे उम्र 35 वर्ष को गिरफ्तार किया गया है। वही पुलिस ने बताया कि उक्त गिरोह का एक प्रमुख साथी फरार होने में कामयाब रहा। पुलिस ने बताया कि गिरोह कई वर्षों से ठगी का यह गोरखधंधा चलाते आ रहा था। विजय कुमार मनहरे की मदद से उक्त गिरोह को पकड़ने में सफलता हाथ लगी है। उन्होंने यह भी बताया कि पूछताछ के दौरान और भी कई खुलासे होने की संभावना है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 420,120 (बी) के तहत मामले को केस क्रमांक 121 में दर्ज कर सभी आरोपियों को फॉरवर्ड किया है। छह आरोपियों में से विनोद नवरंगे ने बताया कि वह विजय कुमार मनहरे (शिकायतकर्ता) की योजना का ही एक अंग है। विजय कुमार के ही कहने पर उसने 4 लाख लेकर उक्त ठग गिरोह के पास गया था जिन्हें बाद में पुलिस ने छापे मारकर पकड़ा । इस पर पूछे गए सवाल के जवाब में पुलिस ने बताया कि शिवहरे द्वारा लिखित शिकायत में ऐसी कोई योजना का जिक्र नहीं किया गया है ।